Joharcg.com खाड़ी के ओमान व दुबई में कई ट्रेड में नौकरी दिलाने के नाम पर टूर एंड ट्रैवेल्स कंपनी ने 200 बेरोजगारों से ठगी की। आरोप है कि इस ट्रैवेल्स कंपनी ने करोड़ों रुपये की ठगी की। ठगी के शिकार बेरोजगार युवक उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं। आरोपियों ने खाड़ी देश में अच्छे वेतन का लालच देकर बेरोजगारों से 20 हजार से 1.60 लाख रुपये तक ऐंठे हैं। कुछ बेरोजगारों को कंपनी ने लखनऊ में दिल्ली का एयर टिकट देकर भेजा था। वहीं कुछ को लखनऊ में टिकट देने की बात कहकर फरार हो गये। लखनऊ पहुंचे पीड़ितों ने कंपनी के कार्यालय पर ताला बंद तो विभूतिखंड थाने में शिकायत की। प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक इस मामले में करीब 74 पीड़ितों ने शिकायत दर्ज कराई है। सभी ने अपने अन्य परिचितों के बारे में पूरी जानकारी दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक कुशीनगर के हाटा स्थित डुमरी स्वांगी पट्टी में सुमंत कुमार सिंह परिवार सहित रहते हैं। सुमंत के मुताबिक नौकरी की तलाश कर रहे थे। इसके लिए वह अखबार के विज्ञापन को भी देखते थे। इस दौरान अखबार में केके टूर एंड ट्रेवेल्स विभूतिखंड के बारे में देखा। विज्ञापन पर दिये गये नंबर पर सुमंत ने करीब तीन हफ्ते पहले कॉल की। कॉल रिसीव करने वाले युवक ने अपने को समीर व अजय बताया। बताया कि उनकी कंपनी ओमान व दुबई में नौकरी दिलाने का काम करती है। आगे की बातचीत के लिए कार्यालय आना पड़ेगा। सुमंत अपने गांव के सात साथियों के साथ लखनऊ के विभूतिखंड स्थित कंपनी के कार्यालय पहुंचा। बातचीत के दौरान सभी को ओमान व दुबई में अलग-अलग ट्रेड ड्राइवर, हैवी वाहन ड्राइवर, कारपेंटर के पद की नौकरी दिलाने की बात कही गयी। साथ ही नौकरी पर अच्छा वेतन व बोनस मिलने का झांसा दिया गया। सुमंत के मुताबिक आरोपियों ने अपनी बातों में उलझा दिया। जिसके बाद उन्होंने हामी भर दी। सुमंत व उसके साथियों ने 35-35 हजार रुपये जमा कर दिये।
17 नवंबर की थी फ्लाइट
सुमंत के मुताबिक कंपनी ने उनके अलावा झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र व उत्तरप्रदेश के करीब दो सौ से अधिक लोगों से 20 हजार से 1.60 लाख रुपये तक वसूले हैं। सभी को 17 नवंबर की फ्लाइट की बात कही गयी। साथ ही वीजा भी दिया गया। फिर कई लोगों को दिल्ली से फ्लाइट की बात कहकर टिकट देकर भेज दिया। सुमंत व उसके साथियों को लखनऊ से फ्लाइट की बात कही गयी और चारबाग वेटिंग रूम में बैठने को कहा गया। सुमंत के मुताबिक शाम तक अजय, समीर व हरिओम सिंह एयर टिकट लेकर नहीं आए तो उसने कॉल की। लगातार मोबाइल नंबर बंद मिलने पर पीड़ितों को शक हुआ। पीड़ित कंपनी के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला। करीब 74 पीड़ित विभूतिखंड थाने पहुंचे। पुलिस से बताया कि ओमान व दुबई में नौकरी के नाम पर करीब 200 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये से अधिक की ठगी हुई है। पीड़ितो ने फर्जीवाड़े के कुछ दस्तावेज भी सौंपे। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कर लिया है।