Mahamaya Mandir

Mahamaya Mandir महामाया मंदिर 4 कि.मी. देवी पुर सूरजपुर से दूर पर स्थित है. महामाया मंदिर प्रसिद्ध और सबसे पुराना मंदिर है.विभिन्न स्थानों से लोग महामाया मंदिर में पूजा करने के लिए जाएँ और अब यह छत्तीसगढ़ में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण प्लेस बन गया है. सूरजपुर जिले के लोगों को महामाया देवी पर एक महान विश्वास है और नवरात्रि के दौरान इस जगह को एक प्रमुख आकर्षण बन जाता है और नवरात्रि मेला लोगों द्वारा आयोजित किया जा रहा है.दैनिक मुफ्त बस सेवा तीर्थ और सूरजपुर से डेवोटिएस् देवी पुर तक पहुँचने के लिए सूरजपुर के भक्त मन्डल्य् द्वारा प्रदान किया जा रहा है. एक विशाल व्यवस्था स्थानीय लोग और सार्वजनिक प्राधिकारी के रूप में अच्छी तरह से किया जा रहा है.

कैसे पहुंचें:

बाय एयर

रायपुर हवाई अड्डा

ट्रेन द्वारा

सूरजपुर रेलवे स्टेशन और वहा से टैक्सी

सड़क के द्वारा

सूरजपुर बस अड्डा और वहा से टैक्सी

PHOTO GALLERY

महामाया मंदिर छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में स्थित एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी महामाया को समर्पित है, जिन्हें शक्ति और समृद्धि की देवी माना जाता है। यह मंदिर अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, और यहाँ पर हर साल हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं।

विशेषताएँ

  • स्थापत्य कला: महामाया मंदिर की वास्तुकला बेहद आकर्षक और भव्य है। इस मंदिर का निर्माण पारंपरिक भारतीय शैली में किया गया है, जिसमें जटिल नक्काशी और भव्य मूर्तियाँ शामिल हैं। मंदिर का स्थापत्य भक्तों और पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
  • धार्मिक महत्व: मंदिर का धार्मिक महत्व अत्यधिक है। देवी महामाया को शक्ति की देवी के रूप में पूजा जाता है और भक्त यहाँ आकर अपनी मनोकामनाएँ पूरी करने की प्रार्थना करते हैं। यहाँ पर नवरात्रि के अवसर पर विशेष पूजा और अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।
  • पौराणिक कथा: ऐसा माना जाता है कि देवी महामाया की मूर्ति स्वयंभू है, जो इसे और भी पवित्र और शक्तिशाली बनाती है। मंदिर के इतिहास और पौराणिक कथाओं का विशेष महत्व है, जो भक्तों के बीच इसे और अधिक श्रद्धा का केंद्र बनाता है।

गतिविधियाँ

  • पूजा और अर्चना: मंदिर में प्रतिदिन पूजा और अर्चना की जाती है। विशेष अवसरों पर भव्य आरती और अनुष्ठान होते हैं, जिसमें भक्तजन बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
  • त्योहार और मेले: नवरात्रि और अन्य धार्मिक पर्वों पर मंदिर में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस दौरान मंदिर परिसर में एक विशाल मेला लगता है, जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं।
  • ध्यान और साधना: मंदिर का शांत वातावरण ध्यान और साधना के लिए आदर्श है। भक्तजन यहाँ आकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं और अपने मन को शांत करने के लिए ध्यान करते हैं।

महामाया मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। यह स्थान भक्तों और पर्यटकों को एक अद्वितीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।