Jay Maa Bhadrakali
Jay Maa Bhadrakali जय मा भद्रकाली मंदिर बेमेतरा में स्थित है, यह मंदिर छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए बहुत धार्मिक महत्व है, यह पूजा के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है जो छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में स्थित है।
कैसे पहुंचें:
वायु द्वारा
स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा, रायपुर से 81 किलोमीटर
ट्रेन द्वारा
तिल्दा रेल्वे स्टेशन से 35 किमी.
सड़क के द्वारा
पंडरी बस स्टैंड रायपुर से 70 किमी.
Photo Gallery



भद्रकाली मंदिर छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी भद्रकाली को समर्पित है और यहाँ पर हर साल हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं।
विशेषताएँ
- स्थापत्य कला: भद्रकाली मंदिर की वास्तुकला अत्यंत आकर्षक और पारंपरिक है। मंदिर का निर्माण प्राचीन शैली में किया गया है, जो इसे ऐतिहासिक महत्व प्रदान करता है। दीवारों और छत पर की गई नक्काशी देवी भद्रकाली की महिमा और शक्ति को दर्शाती है।
- धार्मिक महत्व: मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। देवी भद्रकाली को शक्ति की देवी माना जाता है और यहाँ आने वाले भक्त उनकी पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं।
- त्योहार और मेले: नवरात्रि के अवसर पर यहाँ विशेष पूजा और अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु शामिल होते हैं। मंदिर का वातावरण इस समय भक्तिमय और उल्लासपूर्ण होता है।
गतिविधियाँ
- पूजा और अर्चना: मंदिर में नियमित रूप से पूजा और अर्चना की जाती है। भक्तजन यहाँ आकर देवी भद्रकाली की आरती और भजन में भाग लेते हैं।
- ध्यान और साधना: मंदिर का शांत वातावरण ध्यान और साधना के लिए आदर्श है। भक्तजन यहाँ आकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: मंदिर परिसर में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिसमें स्थानीय कलाकार भाग लेते हैं। ये कार्यक्रम भक्ति और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का कार्य करते हैं।
भद्रकाली मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। यह स्थान भक्तों और पर्यटकों को एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।