joharcg.com UFC (अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप) ने एक बड़े और लंबे समय से चल रहे क्लास-एक्शन मुकदमे में 375 मिलियन डॉलर के समझौते पर सहमति जताई है। यह मुकदमा UFC के कुछ पूर्व फाइटर्स द्वारा दायर किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि प्रमोशन ने अपने फाइटर्स को सही से भुगतान नहीं किया और उन्हें अनुचित परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया। इस समझौते के बाद UFC के इतिहास में यह मामला एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुँच चुका है।

यह क्लास-एक्शन मुकदमा 2014 में दायर किया गया था, जिसमें UFC पर अपने फाइटर्स के साथ एंटीट्रस्ट (प्रतिस्पर्धा विरोधी) कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप था। मुकदमे में कहा गया कि UFC ने अपने फाइटर्स पर अनुचित नियंत्रण रखा और उन्हें कम वेतन में ज्यादा मेहनत करवाई। फाइटर्स का आरोप था कि UFC ने अन्य प्रमोशन कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा को दबाने के लिए अपने फाइटर्स के लिए अनियमित शर्तें रखीं, जिससे उनके वेतन और संभावनाओं पर असर पड़ा।

फाइटर्स का दावा था कि UFC ने अन्य कंपनियों को बाजार में बढ़ने नहीं दिया और एक प्रकार से “एकाधिकार” की स्थिति बना ली, जहां फाइटर्स के पास अन्य विकल्प सीमित थे। मुकदमे में UFC के इस व्यापार मॉडल पर सवाल उठाया गया था, जिसमें फाइटर्स को उनकी सेवाओं के लिए पर्याप्त मुआवजा नहीं मिल रहा था।

UFC ने इस मुकदमे को कई सालों तक लड़ने के बाद अब 375 मिलियन डॉलर के समझौते पर सहमति जताई है। यह समझौता मुकदमे का अंत कर सकता है, लेकिन इससे कंपनी को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि UFC ने किसी भी गलत काम को स्वीकार नहीं किया है, लेकिन यह समझौता इस बात का संकेत है कि वे अब इस विवाद को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं।

समझौते की राशि से उन फाइटर्स को मुआवजा दिया जाएगा जो इस क्लास-एक्शन मुकदमे का हिस्सा थे। यह राशि UFC के फाइटर्स के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि इससे भविष्य में फाइटर्स की स्थिति और बेहतर हो सकती है।

UFC ने अब तक इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से बहुत कम बयान दिया है, लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने हमेशा अपने फाइटर्स को उचित मुआवजा दिया है और उनके करियर को बेहतर बनाने के लिए काम किया है। UFC का दावा है कि उन्होंने MMA (मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स) को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंचाया है और फाइटर्स के लिए एक मजबूत कैरियर मार्ग तैयार किया है।

हालांकि, कई आलोचक यह मानते हैं कि UFC ने अपने फाइटर्स की तुलना में प्रमोशन के मुनाफे को प्राथमिकता दी, जिसके कारण यह मुकदमा हुआ। UFC का यह समझौता एक ऐसा कदम हो सकता है जिससे वे अपनी प्रतिष्ठा को बचाए रखना चाहें।

यह समझौता MMA फाइटर्स के लिए एक महत्वपूर्ण जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह मुकदमा फाइटर्स के अधिकारों की लड़ाई के प्रतीक के रूप में उभरा है और इससे संभावित रूप से फाइटिंग इंडस्ट्री में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। फाइटर्स अब इस मुकदमे के बाद अपने मुआवजे और काम की परिस्थितियों के प्रति अधिक जागरूक हो सकते हैं और उन्हें बेहतर अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

इस मुकदमे का निपटारा UFC और अन्य MMA प्रमोशनों के लिए एक संदेश के रूप में काम कर सकता है कि फाइटर्स के अधिकारों और मुआवजे को लेकर ध्यान देना जरूरी है। भविष्य में यह उम्मीद की जा रही है कि फाइटर्स को उनके प्रदर्शन और स्वास्थ्य के आधार पर बेहतर भुगतान और सुविधाएं मिलेंगी।

375 मिलियन डॉलर के इस समझौते से UFC ने एक बड़ी कानूनी लड़ाई का अंत किया है, लेकिन यह मुकदमा फाइटर्स के अधिकारों और उनके मुआवजे को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े करता है। इस फैसले का प्रभाव MMA इंडस्ट्री में लंबे समय तक देखा जा सकता है, जिससे फाइटर्स के अधिकारों और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना बढ़ी है।

लंदन: यूएफसी ने दो वर्ग-कार्रवाई वादियों में से एक के साथ एक और समझौता किया। पिछले समझौते को खारिज करने के बाद, नेवादा जिला न्यायाधीश ने गुरुवार को पूर्व सेनानियों को 375 मिलियन डॉलर के अनुबंध के संदर्भ में समझौता लिया।

इस समझौते के माध्यम से, UFC ने यह समझौता किया कि वे उन पूर्व सेनानियों को उनके क्लास-एक्शन मुकदमे से बाहर नहीं कर सकते। इसके बदले में, उन्होंने 375 मिलियन डॉलर का आर्थिक मुआवजा देने का निर्णय लिया है। यह मुकदमा एक क्लास-एक्शन मुकदमा था, जिसमें पूर्व UFC खिलाड़ी दर्शकों के खिलाफ यातायात और व्यापारिक आधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे थे।

इस समझौते से, UFC ने अपनी नजरें विदेशी फिल्‍मों की देशी बाजों की ज्यादा भरोसा में रखने के लिए बदल दी है।उन्होंने यह मान्यता दी कि उनके पूर्व सेनानी उनके अनुबंध की सुविधा से नहीं होंगे और उससे उन्हें नुकसान हो सकता है। UFC ने यह समझौता करने का निर्णय लिया है क्योंकि वे लंबे समय से इस मुकदमे का सामना कर रहे थे और वे इसे तीव्रता से देखना चाहते थे। इसलिए, उन्होंने सोच लिया कि इसे जल्दी से आवाज देने की जरूरत है।

यह समझौता एक बड़ी घटना है जो उच्च स्तरीय फैसले के साथ आयोजित की गई है। UFC की इस कदर के समझौते की स्थिति में, उन्होंने अपनी प्रतिष्ठा सुनिश्चित की है कि वे अपने पूर्व सेनानियों के साथ निर्विवाद मुआवजा देने के लिए पूरी तरह से सहमत हैं। इस समझौते से, UFC ने विश्वास जताया है कि वे अपने खिलाड़ियों के साथ खरे खिलाड़ी के रूप में खरे रहना चाहते हैं। इससे उन्हें एक अच्छा संबंध बनाने और अपने समर्थनकर्ताओं का भरोसा बनाए रखने में मदद मिलेगी।

इस समझौते में, UFC ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जिससे वे अपने नाम और प्रतिष्ठा को विश्व स्तर पर सुनिश्चित कर सकते हैं। यह भारी रकम के समझौते से उन्हें एक और मौका मिलता है अपने प्रशंसकों के साथ सजीव संबंध बनाए रखने का। इस समाचार के साथ, UFC ने एक नया मोड़ अपनाया है जिससे उन्हें अपने कर्मचारियों और प्रशंसकों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। यह समझौता उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो उन्हें उनके पूर्व सेनानियों के साथ खड़ा रहने का संकल्प दिखाता है।

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