joharcg.com शीतल देवी ने अपनी अद्भुत तीरंदाजी कला से सबको हैरान कर दिया है। वह पैरों से धनुष पकड़कर और कंधे के सहारे तीर चलाती हैं, जो किसी आश्चर्य से कम नहीं है। उनके इस अनोखे टैलेंट ने न केवल आम लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि उद्योगपति आनंद महिंद्रा भी उनके मुरीद हो गए हैं।
शीतल देवी का यह कौशल दिखाता है कि किसी भी कार्य को करने के लिए केवल शारीरिक ताकत की ही नहीं, बल्कि मनोबल और आत्मविश्वास की भी जरूरत होती है। उनका यह अनोखा टैलेंट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
आनंद महिंद्रा ने भी शीतल देवी की इस कला की सराहना करते हुए उनके वीडियो को साझा किया और लिखा कि उनका यह टैलेंट वास्तव में प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि शीतल देवी जैसे लोग हमें दिखाते हैं कि सच्ची प्रतिभा किसी भी परिस्थिति में उभर सकती है।
शीतल देवी की यह उपलब्धि तीरंदाजी के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित कर रही है और उनके इस अद्वितीय कौशल ने उन्हें प्रेरणास्रोत बना दिया है। उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है जो जीवन में किसी भी चुनौती का सामना करते हुए अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
शीतल देवी की इस अद्भुत यात्रा ने न केवल तीरंदाजी के क्षेत्र में बल्कि समर्पण और आत्मविश्वास के महत्व को भी रेखांकित किया है। उनके इस साहसिक कदम ने उन्हें न केवल एक तीरंदाज के रूप में बल्कि एक प्रेरणा के रूप में भी स्थापित कर दिया है।
देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने आज अपना मंडे मोटिवेशन भारतीय तीरंदाज शीतल देवी को बताया। बता दें कि शीतल देवी ने अपने डेब्यू पैरालंपिक में तीरंदाजी में शानदार प्रदर्शन कर सबका दिल जीत लिया। आनंद महिंद्रा भी शीतल देवी के इस टैलेंट के मुरीद हो चुके हैं। उन्होंने शीतल देवी को अपना मंड मोटिवेशन बताते हुए उनके लिए एक बेहद ही खूबसूरत संदेश लिखा है।
आनंद महिंद्रा ने अपने एक्स हैंडल पर शीतल देवी का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘असाधारण साहस, प्रतिबद्धता और कभी हार न मानने का जज्बा पदकों से जुड़ा नहीं है। शीतल देवी, आप देश और पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा की किरण हैं। लगभग एक साल पहले, आपकी अदम्य भावना को सलाम करते हुए, मैंने आपसे हमारी रेंज से किसी भी कार को स्वीकार करने का अनुरोध किया था।
हम आपके नेविगेशन को सक्षम करने के लिए इसे कस्टमाइज करेंगे। आपने सही कहा कि जब आप 18 साल की हो जाएंगी तो आप यह प्रस्ताव स्वीकार कर लेंगी, जिसे आप अगले साल स्वीकार करेंगी। मैं आपका वह वादा पूरा करने के लिए उत्सुक हूं और निःसंदेह, कोई और मेरा #MondayMotivation नहीं हो सकता।’
बता दें कि शीतल देवी फिलहाल 17 साल की हैं। उनके दोनों हाथ नहीं हैं। वह पैरों से धनुष को पकड़ती हैं और फिर कंधे के सहारे तीर खींचकर निशाना लगाती हैं। शीतल देवी फोकोमेलिया नामक दुर्लभ बीमारी के साथ जन्मी थीं। फोकोमेलिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हाथ या पैर बहुत ही छोटे रह जाते हैं। मालूम हो कि पेरिस पैरालंपिक के इंडिविजुअल इवेंट में शीतल देवी मेडल नहीं जीत पाईं। प्री क्वार्टर फाइनल में उन्हें एक अंक से हार का सामना करना पड़ा। एक्स पर शेयर किए गए आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट को अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं, जबकि 20 हजार से अधिक लोगों ने इसे लाइक किया है।