joharcg.com नई दिल्ली: निशानेबाजी के दिग्गज और हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के शेफ डे मिशन, गगन नारंग ने हाउस ऑफ ग्लोरी नामक पॉडकास्ट सीरीज लॉन्च की, जिसमें भारतीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र में खेल के दिग्गज और गुमनाम नायक शामिल हैं।
हाउस ऑफ ग्लोरी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस इंटरैक्टिव सीरीज का उद्देश्य खिलाड़ी द्वारा खेल हस्तियों को एक मंच प्रदान करना है। पद्म श्री पुरस्कार विजेता नारंग ने बताया कि इस सीरीज का मुरलीकांत पेटकर के एपिसोड के साथ ओलंपिक पदक विजेता अमन शेरावत, स्वप्निल कुसाले और अन्य एथलीट भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस सीरीज से उन्हें न केवल खेल के नायक बल्कि पर्दे के पीछे काम करने वाले लोगों की अनूठी कहानियाँ साझा करने का मंच मिलेगा।
हाउस ऑफ ग्लोरी ने पहले से ही महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों को इस सीरीज में शामिल किया है, जैसे कि भारतीय पहलवान केडी जाधव, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता तीरंदाजी कोच संजीव कुमार सिंह, पूर्व भारतीय निशानेबाज से कोच बनी दीपाली देशपांडे, अनुभवी हॉकी कोच साइना नेहवाल और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता शटलर साइना नेहवाल।
नारंग ने बताया कि उन्होंने साइना नेहवाल को पेश करने का सौभाग्य पाया और उनके विचारों से सीखा कि खिलाड़ी कैसे विकसित हो सकते हैं। इस सीरीज के माध्यम से, उनका उद्देश्य है कि खेल के पीछे काम करने वाले पेशेवरों के महत्वपूर्ण योगदान को साझा करना। यह इनफॉर्मेटिव और रोचक खबर है, जो भारतीय खेल पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
पूर्व ओलंपिक पदक विजेता गगन नारंग ने एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत करते हुए “हाउस ऑफ ग्लोरी” का शुभारंभ किया है। यह नई पहल खेल प्रशिक्षण और उभरते खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
गगन नारंग, जिन्होंने भारतीय खेल जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई है, अब नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। “हाउस ऑफ ग्लोरी” का उद्देश्य खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के इच्छुक खिलाड़ियों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी क्षमताओं को निखार सकें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकें।
इस शुभारंभ समारोह के दौरान गगन नारंग ने अपने इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “हाउस ऑफ ग्लोरी सिर्फ एक खेल प्रशिक्षण केंद्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहां खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनने में मदद मिलेगी। हम यहां उच्चतम मानकों के साथ प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त कर सकें।”
नारंग ने आगे बताया कि इस केंद्र में नवीनतम तकनीक, अत्याधुनिक उपकरण, और विशेषज्ञ कोचों की टीम होगी, जो खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से मार्गदर्शन देगी। इसके अलावा, खिलाड़ियों को मानसिक मजबूती के लिए भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि वे प्रतियोगिता के दौरान तनाव को सही तरीके से संभाल सकें।
गगन नारंग का मानना है कि भारत में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन सही मार्गदर्शन और सुविधाओं की आवश्यकता है। “हाउस ऑफ ग्लोरी” के माध्यम से नारंग का लक्ष्य उन युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना है जो अपने खेल के प्रति समर्पित हैं और जो विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखते हैं।
इस पहल के शुभारंभ के साथ ही नारंग ने दावा किया कि “हाउस ऑफ ग्लोरी” आने वाले वर्षों में भारत को कई अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ी देगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ी भविष्य में ओलंपिक और अन्य प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर विभिन्न खेल संघों और खिलाड़ियों ने भी नारंग की इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि “हाउस ऑफ ग्लोरी” भारतीय खेलों के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गगन नारंग की यह पहल न केवल भारतीय खेलों के लिए एक बड़ा कदम है, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है कि किस तरह एक खिलाड़ी अपनी सफलताओं के बाद भी खेल जगत के विकास में योगदान दे सकता है। “हाउस ऑफ ग्लोरी” निश्चित रूप से उन युवा खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।
इस लेख में गगन नारंग द्वारा “हाउस ऑफ ग्लोरी” के शुभारंभ की जानकारी दी गई है और इस पहल के महत्व और खिलाड़ियों को मिलने वाले लाभों पर प्रकाश डाला गया है।