रायपुर – लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार की पहल पर सोलर आधारित मिनी जल प्रदाय योजना अब वनवासियों के लिए संजीवनी बनी है। मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने कहा कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप वनांचल के बसाहट के लिए सोलर आधारित पेयजल योजना के माध्यम से बेहतर पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा वनांचल स्थित सुदूर और दुर्गम इलाकों के बसाहटों में रहने वाले वनवासियों के लिए सोलर आधारित पेयजल योजनाओं के लिए 50 लाख रुपये से अधिक की राशि की स्वीकृति मिली है।
विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार कांकेर जिले के अंतागढ़ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत ताड़ोकी के पतकालबेड़ा ग्राम की बसाहट के लिए 16.38 लाख रुपये की लागत से सोलर आधारित मिनी जल प्रदाय योजना, दुर्गकोंदल विकासखंड के अंतर्गत तराईघोटिया ग्राम पंचायत के रसोली ग्राम के बसाहट में 16.32 लाख रूपये की लागत और बांगाचार ग्राम पंचायत के संतरई ग्राम में 17.47 लाख की लागत से सोलर आधारित एकल ग्राम मिनी जल प्रदाय योजना की स्वीकृति मिली है। उल्लेखनीय है कि वनांचल में विद्युतबाधित और लो-वोल्टेज की समस्या वाले इन बसाहटों के लिए सोलर आधारित पेयजल योजना बड़ी ही कारगर साबित हो रही है।