रायपुर – गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि उच्च शिक्षा में आने वाली चुनौतियों के लिए प्राध्यापक खुद को तैयार करें और विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा दें। श्री साहू आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ऑनलाईन फैकल्टी डेवलेपमेंट कार्यक्रम के समापन अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के माध्यम से शामिल हुए। उन्होंने कहा कि दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन अवधि में अनेक रचनात्मक ऑनलाईन गतिविधियां आयोजित की गई हैं। यह प्रसन्नता का विषय है। 10 दिवसों के दौरान जहां 400 से अधिक प्राध्यापकों को ऑनलाईन शिक्षण के नवीनतम तरीकों से अवगत कराया गया वही रिसर्च प्रोजेक्ट एवं फेलोशिप कैसे हासिल करें इस बात की भी जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग और शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 10 दिवसीय ऑनलाईन फैकल्टी डेवलेपमेंट प्रोग्राम की सराहना की। उन्होंने सभी प्रतिभागी प्राध्यापकों को टेस्ट परीक्षा में सफलता के लिए शुभकामना दी।
गृह मंत्री श्री साहू ने कहा कि उच्च शिक्षा में आने वाले परिवर्तनों के लिए स्वयं को तथा विद्यार्थियों को तैयार करना होगा। पुरानी तथा नये पीढ़ी के प्राध्यापकों दोनोें के लिये यह चुनौती का अवसर है। हमें चुनौतियों को स्वीकार करते हुए उसे उपलब्धियों में बदलना होगा। उन्होंने दुर्ग विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव डॉ. सी. एल. देवांगन तथा साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए इसी तरह के रचनात्मक गतिविधियां आयोजित करते रहें।
दुर्ग विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने बताया कि कार्यक्रम में दुर्ग विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लगभग 400 से अधिक प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 कारण परंपरागत चाक और डस्टर वाली कक्षाओं के संचालन में कठिनाई आ रही है। कोरोनो संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शैक्षणिक संस्थाएंे बंद है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों के हित में ऑनलाईन शिक्षण व्यवस्था को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल के नेतृत्व में महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने सी. जी. स्कूल डॉट इन पोर्टल पर हजारो वीडियो, ऑडियो लेक्चर्स तैयार कर अपलोड किये है। इन्हें विद्यार्थी कभी भी, कही भी देख सकते हैं। प्राध्यापकों ने दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर लगभग 1500 से ज्यादा वीडियो लेक्चर बनाकर अपलोड किये हैं।