मेल भेजकर वकील ने मांगा था 1 सप्ताह का समय
रायपुर : देशभर में तहलका मचाने वाले टूलकिट मामले ने छत्तीसगढ़ में भी सियासत में भी तूल पकड़ लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के खिलाफ इस मामले में राजधानी के सिविल लाईंस थाने में एफआईआर दर्ज कराइ गई थी। सिविल लाईंस पुलिस डॉ. रमन से पूछताछ कर ली है। संबित पात्र को आज 26 मई को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का नोटिस भेजा था। लेकिन संबित पात्रा आज उपस्थित नहीं हुए। पहले नोटिस के जवाब में पात्रा के वकील ने 1 सप्ताह का समय मांगा था।
इसके पहले 23 मई की शाम चार बजे का समय दिया गया था, तब संबित पात्रा के अधिवक्ता की ओर से सात दिन का समय माँगा गया था और समय माँगने के पीछे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम बताया गया था। पात्र के अधिवक्ता की ओर से कहा गया है- हम अभी आपको कुछ नहीं बता सकते। सूत्रों के अनुसार जिस दिन दुबारा नोटिस भेजा गया था, उसी वक्त उनके अधिवक्ता की ओर से एक जवाब आया था, उस जवाब में यह लिखा गया था – `हमने पूर्व में आपको सुचित किया था कि हमें सात दिन का समय दीजिए। हमारे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और प्राथमिकताएँ हैं। आपका नोटिस सात दिन की समयावधि के आग्रह को पूरा नहीं करता।`