रायपुर/नई दिल्ली – केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल पहुंच गया है। उप महानिर्देशक आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि सोमवार को केरल में मानसून का आगमन हुआ। कम दवाब के क्षेत्र की वजह से बने अवसाद के कारण 3-4 तारीख के बीच दादरा नगर हवेली, नॉर्थ कोंकण, नॉर्थ मध्य महाराष्ट्र, दमन दीव में भारी बारिश होगी। यहां लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ेगी।
केरल में भारी बारिश के बीच भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के 9 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम और कन्नूर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। केरल के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक तिरुवनंतपुरम में दिन का तापमान 25 डिग्री तक चला गया है। केरल के दक्षिण तटीय इलाकों और लक्षद्वीप में बीते चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शनिवार को इसे मानसून से पहले होने वाली बारिश बताया था। जबकि मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने दावा किया था, कि दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने केरल के तट पर दस्तक दे दी है। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग ने स्काईमेट के दावे को खारिज करते हुए कहा था कि फिलहाल परिस्थितियां ऐसी घोषणा करने के अनुकूल नहीं हैं।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा था, कि अभी तक मानसून केरल नहीं पहुंचा है, हम नियमित रूप से इस पर नजर बनाए हुए हैं। 1 जून को केरल में मॉनसून के दस्तक देने का अनुमान है। गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा था कि केरल में इस बार मॉनसून देर से पहुंचेगा। मौसम विभाग ने बताया था कि केरल में इस साल मॉनसून पांच जून तक आ सकता है। भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून हर साल जून से लेकर सितंबर तक 4 महीनों तक रहता है। आम तौर पर यह सबसे पहले केरल में दस्तक देता है। इसके बाद अलग-अलग वक्त पर यह देश की अलग-अलग जगहों पर पहुंचता है। पिछले साल अंडमान-निकोबार में मॉनसून अपनी तय तारीख से दो दिन पहले 18 मई को आ गया था, लेकिन गति धीमी पडऩे से केरल में कुछ देर से पहुंचा था, जबकि पूरे देश में मॉनसून की शुरुआत 19 जुलाई को हुई थी। विभाग के मुताबिक इस साल मॉनसून सामान्य रहेगा।