रायपुर – रायपुर-दुर्ग संभाग के आयुक्त जीआर चुरेन्द्र जिला मुख्यालय पहुंचकर कोरोना वायरस के रोकथाम, नियंत्रण और इसके संक्रमण के बचाव के उपायों की समीक्षा की. उन्होंने जिला कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के बलौदाबाजार, भाटापारा, कसडोल, सिमगा, बिलाईगढ़ और पलारी अनुविभागीय अधिकारी, जनपद पंचायत के अधिकारियों, पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कोरोनो वायरस के नियंत्रण व रोकथाम, मनरेगा के कार्यों, खाद्-बीज के अग्रिम उठाव व भण्डारण, पौधारोपण तथा राजस्व विभाग के काम-काज की विस्तृत समीक्षा की. वीडियों कॉन्फ्रेन्सिंग में अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक, जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी,सहायक कलेक्टर नम्रता जैन, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान भी उपस्थित थे।
संभाग आयुक्त चुरेन्द्र ने कहा कि कोरोन वायरस एक राष्ट्रीय वैश्विक माहमारी है. इस संकट के दौर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयासों से राज्य के लाखों प्रवासी श्रमिक की सकुशल वापसी संभव हो सकी है। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को क्वारेटाईन पर ही रखे। श्रमिकों की स्वास्थ्य परीक्षण कराएं तथा सर्दी,खासी, बुखार वाले व्यक्तियों की अलग से स्क्रीनिंग कराते हुए ऐसे व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से कोरोना जांच के लिए सैम्पल भेंजे। जब तक संबंधित क्वारेटाईन सेन्टरों से भेजे गए सैम्पल की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक 14 दिनों की अवधि पूरा करने वाले अन्य व्यक्तियों को भी क्वारेटाईन में रखे. प्रवासी श्रमिकों को किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी ना हो इसके विशेष ख्याल रखें और विशेष निगरानी भी रखी जाएं। क्वारेटाईन केन्द्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कठोरता से कराए।
उन्होंने जिला में चल महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी कार्यक्रम की तारीफ किया. साथ ही मनरेगा के अंतर्गत में चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न इस विकट परिस्थितियों में तथा इस संकट के दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने एवं ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को पुर्नजीवित करने में मनरेगा योजना संजीवनी की तरह काम किया है। उन्होंने इस योजना के तहत ग्राम सभा के अनुमोदन से अधिक से अधिक रोजगार मूलक कार्यों की स्वीकृति और ग्रामीण स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराए।

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