राजधानी में पीलिया के मरीज रोज कहीं न कहीं मिल रहें है. इससे मरीजों की संख्या धीरे धीरे हुए बढ़ते-बढ़ते 900 से ज्यादा हो गई है, इसमें से 713 लोगों में पानी की वजह से रोग की चपेट में हैं, तो दूसरे लोगों में अन्य कारणों से पीलिया पाया गया है.
राजधानी में पीलिया का क्या हाल है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग पीलिया को लेकर डेली रिपोर्ट देने लगा है. जानकारी के मुताबिक, 3428 लोगों का सैंपल लिया गया है, जिसमें से 905 लोगों पीलिया पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 604 मरीज ठीक भी हो चुके हैं. विभाग की ओर से 3 मरीजों की पीलिया से मौत की आधिकारिक पुष्टि भी की गई है. लेकिन जानकारों की माने तो राजधानी में तीन नहीं बल्कि जच्चा-बच्चा को मिलाकर अब तक पीलिया से 5 मौतें हो चुकी है. पीलिया से पीडि़त लोगों का इलाज मेकाहारा, जिला अस्पताल, आयुर्वेदिक कॉलेज के अलावा निजी अस्पतालों में भी चल रहा है.
हेल्थ पीआरओ डॉ अखिलेश ने बताया कि वायरल हेपेटाइटिस का संक्रमण काल 2 से 6 हफ्ते का होता है, यह समय बीतने वाला है. पहले से अब पीलिया के मरीज कम आने रहे हैं. पीलिया पर लगातार कंट्रोल किया जा रहा है. अब तक 664 मरीज पीलिया के गंभीर मरीज मिले हैं, बाकी मरीजों में बिलीरूबिन की मात्रा बहुत कम पाई गई है.