वाले दवाईयों का वितरण
जिले में संचालित क्वारेंटाईन सेंटरों में जिला आयुष विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाले दवाईयों और काढ़ा का वितरण किया जा रहा है। आयुष विभाग के द्वारा दवाईयों का चूर्ण का वितरण कर उपयोग की विधि भी बताया जा रहा है। नदीसागर, बोंडपाल, सहित क्वारेंटाईन सेंटर हाई स्कूल चित्रकोट, कस्तूरबा बालिका आश्रम,प्री मैट्रिक बालिका आश्रम एवं आर एम एस बालिका विद्यालय में स्वास्थ्य परामर्ष के साथ रोग प्रतिरोध क्षमता बढाने के लिए अशवगंधा, त्रिकटु, सितोपलादि, मुलेठी का मिश्रण वितरण किया गया एवं उपयोग विधि बताया गया। इसके अलावा आयुष विभाग के द्वारा डोर-टू-डोर सर्वेक्षण, इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा का प्रचार और आरोग्य सेतू एप्प डाउनलोड करवाने की कार्यवाही भी किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान जिले में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा सातों विकासखण्डों और नगर पंचायत बस्तर में 451 क्वारेंटाईन सेंटर बनाये गए हैं। जिले में सभी जनपद के द्वारा चिन्हाकित आश्रम शाला के छात्रावास को 451 क्वारेंटाईन सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। ग्रामों में बनाये गए क्वारेंटाईन सेंटरों में जनपद दरभा में 49, जनपद बास्तानार में 37, जनपद लोहण्डीगुड़ा में 40, जगदलपुर में 72, जनपद तोकापाल में 34, जनपद बकावंड में 130, जनपद बस्तर में 88 और नगर पंचातय बस्तर में 1 सेंटर बनाया गया है। ग्राम में बाहर से आये हुए कुल व्यक्ति की संख्या 5 हजार 53, क्वारेंटाईन सेंटरों में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या 3 हजार 94, राज्य के क्वारेंटाईन सेंटर में बाहर से आये हुए मजदूरों की संख्या 4 हजार 696 है। इनमें 28 मई तक की जानकारी के अनुसार 1418 रेड जोन, 1475 ऑरेंज जोन से और 1803 ग्रीन जोन से आये हैं। क्वारेंटाईन सेंटर में रह रहे सभी व्यक्तियों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है। साथ ही साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए नियमित योगाभ्यास भी करवाया जा रहा है। शारीरिक श्रम को बढ़ावा देने के लिए परिसर की साफ-सफाई में भी क्वारेंटाईन सेंटर में रहने वालों को शामिल किया जा रहा है।