दंतेवाड़ा – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज दंतेवाड़ा जिले के दूरस्थ कुआकोंडा ब्लॉक अंतर्गत समेली में जिला स्तरीय महिला समूह सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इस मौके पर धुर नक्सल प्रभावित इलाके की हजारों महिलाओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लेकर सम्मेलन में सहभागिता निभायी। महिला समूहों के सम्मेलन में दंतेश्वरी फाइटर्स की महिला कमांडों द्वारा स्थानीय गोंडी बोली में कला जत्था कार्यक्रम प्रस्तुति के जरिये नक्सली उन्मूलन सम्बन्धी जागरूकता सन्देश दिया। इस अवसर पर डीआईजी सीआरपीएफ श्री डीएन लाल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन माताओं-बहनों के लिये गौरवान्वित होने का है, सभी लोग मिलकर इस महत्वपूर्ण दिवस को मना रहे हैं। अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं, जिससे महिलाओं को समाज में अपनी अहम भूमिका निभाने के लिये प्रेरणा मिलेगी।
इस दौरान कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि शासन इस सूदूर क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिये कटिबद्व है और शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता हेतु प्राथमिकता के साथ पहल कर रहा है। उन्होंने महिला समूहों की सहभागिता से संचालित सुपोषण अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान के माध्यम से माताओं, बच्चों और किशोरी बालिकाओं को कुपोषण से मुक्त होने के साथ ही एनीमिया से भी मुक्ति मिलेगी। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि समाज की मुख्यधारा से जुड़कर अपने गांव और घर-परिवार की खुशहाली के लिये आगे आकर विकास में सहभागी बनें। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव और सीईओ जिला पंचायत श्री सच्चिदानंद आलोक ने भी महिला समूह सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान निभाने वाले महिलाओं को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। वहीं पुलिस विभाग द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत सभी ग्रामीण महिलाओं को बर्तन, कपड़े,चप्पल इत्यादि घरेलू सामग्री वितरित किया गया। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को कॉपी और पेन प्रदान किया गया। इस मौके पर क्षेत्र के पंचायत पदाधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विमला कुंजाम, जनपद पंचायत अध्यक्ष कुआकोंडा श्रीमती जोगी कर्मा और क्षेत्र की महिला जनप्रतिनिधियों सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीण महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए सभी महिलाओं का उत्साहवर्धन किया।