महासमुन्द : संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर गलत बयान देकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। राजनीतिक रूप से अपनी सक्रियता दिखाने और चर्चा मात्र में बने रहने के लिए पूर्व मंत्री चंद्राकर ने भूपेश सरकार पर मनगढ़ंत आरोप लगाते हैं, जिससे आम जनता में उनकी खुद की छवि के साथ-साथ भाजपा की छवि भी धूमिल हो रही है।
संसदीय सचिव चंद्राकर ने पूर्व मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर के उस बयान पर एतराज जताया है जिसमें कहा गया है कि कोरोना से अनाथ व बेसहारा हुए लोगों के जीवन सुधारने राज्य सरकार का ध्यान नहीं है। जबकि हकीकत यह है कि बीते 14 मई को ही प्रदेश सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने संवेदनशील फैसला लेते हुए कोरोना महामारी के दौरान बेसहारा हुए लोगों के जीवन को संवारने का फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के माध्यम से कोरोना से माता-पिता खो देने वाले बच्चों की पढ़ाई का खर्च छत्तीसगढ़ सरकार उठाने के साथ ही उन्हें छात्रवृृत्ति भी देगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशील पहल से बेसहारा बच्चों का भविष्य बेहतर रूप से संवर सकेगा। छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना इस वित्तीय वर्ष से लागू की जाएगी। ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को इस वित्तीय वर्ष के दौरान कोरोना के कारण खो दिया है, उन की पढ़ाई का पूरा खर्च अब छत्तीसगढ़ सरकार उठाएगी। साथ ही पहली से आठवीं तक के ऐसे बच्चों को 500 रुपए प्रतिमाह और 9 वीं से 12 वीं तक के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति दी जाएगी। शासकीय अथवा प्राईवेट किसी भी स्कूल में पढ़ाई करने पर ये बच्चे इस छात्रवत्ति के लिये पात्र होंगे। इसके साथ ही राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया गया है ऐसे बच्चे जिनके परिवार में रोजी-रोटी कमाने वाले मुख्य सदस्य की मृत्यु कोरोना से हो गई है, तो उन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था भी राज्य सरकार करेगी। संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया गया है कि यदि ये बच्चे राज्य में प्रारंभ किए गए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन देते हैं तो उन्हें प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा और उनसे किसी भी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी। मुख्यमंत्री की यह संवदेनशील पहल इन बेसहारा बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण में काफी सहायक होगी। संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर अपनी राजनीतिक सक्रियता दिखाने और चर्चा में बने रहे मनगढ़ंत बयानबाजी कर रहे हैं कि कोरोना से बेसहारा हुए लोगों की ओर प्रदेश सरकार का ध्यान नहीं है। जहां एक ओर राज्य सरकार कोरोना संकट से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जरूरी संसाधन मुहैया करा रही है। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता इसमें भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। संसदीय सचिव चंद्राकर ने पूर्व मंत्री चंद्राकर को कोरोना महामारी में ओछी राजनीति से बाज आने की नसीहत दी है।