बेमेतरा- राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत आज गुरुवार 20 अगस्त 2020 को विश्व मच्छर दिवस के रुप में मनाया जा रहा है। उक्त दिवस मे मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाईलेरिया, जापानीज इन्सेफिलाइटिस एवं कालाजार के उन्मूलन को ध्यान मे रखते हुए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। डां. एस.के. शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मच्छर के काटने से होने वाले सामान्य एवं गंभीर लक्षण के संबंध मे जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया रोग मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से होता है। जिसका सामान्य लक्षण ठण्ड के साथ तेज कपकपी आना, तेज बुखार, पसीना आना, सिर दर्द, बदन दर्द, उल्टी दस्त, खांसी भी हो सकती है। मलेरिया के गंभीर लक्षण तेज सिर दर्द के साथ बेहोशी अथवा झटके आना, पेशाब की मात्रा मे अधिक कमी अथवा पेशाब की रंग सरसो तेल या चाय की तरह दिखता हो, रक्त चाप मे अधिक गिरावट, आँखों की रोशनी मे कमी है। डां. ज्योति जसाठी जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि मलेरिया एवं डेंगु से बचाव हेतु मच्छर स्त्रोत नियंत्रण गतिविधि को विशेष अभियान के रुप मे प्रति सप्ताह निरंतर किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत समस्त पानी के कंटेनरों, कूलर को खाली किये जाने एवं घर मे साफ सफाई हेतु लोगों को जागरुक किया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत क्षेत्र मे साफ सफाई गतिविधि की जा रही है।
विश्व मच्छर दिवस के उपलक्ष्य पर मैदानी स्तर पर मितानिनों एवं ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक द्वारा सामान्य मच्छरदानी का डेल्टामेथ्रिन 2.5 प्रतिशत से उपचारित किया जयेगा। मलेरिया एवं डेंगू से बचने का सरल उपाय यह है कि अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी से भरे गढ्ढों मे मिटटी भर दें। सभी को कीटनाशक से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए, यह मच्छरदानी साधारण मच्छरदानी की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षा देती है। साधारण मच्छरदानी को उपचारित कराये जाने हेतु नजदीक के स्वस्थ्य केन्द्र में निःशुल्क सेवा उपलब्ध है। मच्छर से बचने के लिए फुल आस्तिन के कपड़े का उपयोग करना चाहिए। घर के छत पर पुराने टायर मे जमे हुए पानी की सफाई करना एवं पानी भरने से बचाना, नीम के छाल व पत्तों का घर मे धुंआ करना चाहिए। लक्षण दिखाई देने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र मे संपर्क करें। शासकीय स्वास्थ्य संस्थान मे इलाज निःशुल्क सेवा उपलब्ध है। साफ-सफाई मच्छरदानी, मलेरिया-मच्छरदानी की खत्म कहानी