राम वन गमन पर्यटन परिपथ में राजिम और शिवरीनारायण के सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य का ई-भूमिपूजन
इस राज्योत्सव बिजली की रौशनी से जगमगाए वनांचल के 23 गांव 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र बीजापुर और 87.5 किलोमीटर लंबी 132 के.व्ही बारसूर-बीजापुर लाइन का लोकार्पण
रायपुर – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में ट्राईबल टूरिज्म सर्किट के अंतर्गत नवनिर्मित पांच टूरिस्ट रिसार्ट और राम वन गमन पर्यटन परिपथ में राजिम और शिवरीनारायण में कराए गए सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्यो का ई-भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शिवरीनारायण में उपस्थित गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री रामसुंदर दास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। महंत श्री रामसुंदर दास ने छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकसित करने के लिए प्रारंभ किए गए कार्य के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि शिवरीनारायण में कराए जा रहे सौंदर्यीकरण और विकास कार्याें से शिवरीनारायण का गौरव बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने ट्राईबल टूरिज्म सर्किट के अंतर्गत जशपुर जिले के बालाछापर में नवनिर्मित सरना एथनिक रिसॉर्ट, कुनकुरी में कोईनार हाइवे ट्रीट, कांकेर जिले के नथियानवागांग में हिल मैना हाईवे ट्रीट, कोरबा जिले के सतरेंगा बोट क्लब एंड रिसॉर्ट और सरगुजा जिले के महेशपुर में वे-साइड अमेनिटी का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ई-लोकार्पण किया। ये सभी ट्राइबल टूरिज्म सर्किट के अन्तर्गत स्वदेश दर्शन योजना के तहत बनाए गए हैं।
छत्तीसगढ़ मंे राम वन गमन पर्यटन परिपथ राम से जुड़े 75 स्थानों की पहचान की गई है। परियोजना के पहले चरण में इनमें से 9 स्थानों का विकास तथा सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। प्रथम चरण में सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर), रामाराम (सुकमा) का चयन किया गया है। इन स्थलों को विकसित करने में लगभग 137 करोड़ 45 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर बीजापुर में नवनिर्मित 132/33 के.व्ही विद्युत उपकेन्द्र और 87.5 किलोमीटर लंबी 132 के.व्ही. बारसूर-बीजापुर विद्युत लाईन का लोकार्पण भी किया। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा इस परियोजना को 91.82 करोड़ रूपये की लागत से पूरा किया गया है। इससे प्रदेश के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र बीजापुर के लगभग 23 गांवों को गुणवत्ता पूर्ण बिजली मिल सकेगी। 132 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र बीजापुर के शुरू होने से बीजापुर के नेमैड़, मदेड़, जांगला, धतोरा, नुकनपाल, छोटे तुंगोली, बरदेला, गदामली, मींगाचल, दुगोली, मुसालर, नेलसनार, कुदोली, पातरपारा, पुसनार, भैरमगढ़, धुसावढ़, कर्रेमरका, बेलचर, जैवारम, टीन्डोडी, माटवाड़ा एवं कोतरापाल बिजली से पूरी तरह रौशन हो जाएंगे।