रायपुर – छत्तीसगढ़ में राजस्व एवं कृषि विभाग द्वारा किसानों के खेतों में मौके पर पहुंचकर फसलों की गिरदावरी का कार्य कर उसका प्रकाशन ग्राम पंचायतों में किया जाकर उस पर दावा आपत्ति लिया जाकर उनके निराकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में राजनांदगांव के कलेक्टर श्री टोपेशवर वर्मा ने जिले अधिकारियों को गिरदावरी के प्रारंभिक प्रकाशन होने के बाद प्राप्त दावा आपत्तियों का परीक्षण कर निराकरण जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि धान खरीदी के लिए नये किसानों का वेरीफिकेशन कर उनका पंजीयन करें। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के लिए तैयारियां पहले ही प्रारंभ कर ली जाए। सभी सोसायटी में बारदाना की उपलब्धता व रख रखाव की व्यवस्था हो। जिले के अधिकांश विकासखंड अंतर्राज्यीय सीमाओं से लगे हुए है। ऐसी स्थिति में दूसरे राज्यों से कोचियों के माध्यम से धान यहां लाने की संभावना बनी रहती है। सभी अधिकारी सीमा से लगे गांवों में मुखबिर रखें और इन गांव के धान खरीदी केन्द्र में अक्टूबर महीने से ही मॉनिटरिंग चालू करें। फसल कटाई प्रारंभ होते ही अंतर्राज्यीय सीमा चेकपोस्ट में जांच की कार्रवाई शुरू करें। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि मजदूरों के लिए मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्य चालू करें। गौठानों में शेड निर्माण तथा अन्य कार्य किया जाए जिससे लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम नवरात्रि के संबंध में स्थानीय स्तर पर बैठक लेकर कोरोना प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दें तथा शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन करने के लिए निर्देशित करें।