रायपुर – शहर के विभिन्न मोहल्लों और वार्डों में पीलिया का प्रकोप अब धीरे-धीरे नियंत्रण में आ गया है। पीलिया नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष पाण्डेय ने बताया कि पीलिया से पीडि़त मरीजों का इलाज जिला चिकित्सालय सहित प्रसूति अस्पताल कालीबाड़ी में किया जा रहा है। अब तक पीलिया से पीडि़त 80 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। स्वस्थ्य हुए मरीजों का भी विभाग के मैदानी अमले द्वारा फॉलोअप किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभिन्न कारणों से पीलिया से पीडि़त 21 मरीजों को मेकाहारा में भी भर्ती कराकर इलाज किया जा रहा है। रामकृष्ण हॉस्पीटल में भर्ती डंगनिया के एक 57 वर्षीय मरीज के मृत्यु के मामले में डॉ. पाण्डेय ने बताया कि वह क्रॉनिकल लीवर डिसीज और हेपेटाइटिस-बी से पीडि़त थे।
नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष पाण्डेय ने बताया कि रायपुर शहर में पीलिया के 295 पॉजीटिव मरीज मिले हैं, जिसमें से 216 मरीज हेपेटाइटिस-ई तथा 58 मरीज हेपेटाइटिस-ए तथा 13 मरीज ऐसे हैं, जो हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई से पीडि़त हैं। रायपुर के भाठागांव और मठपुरैना इलाके का आज दौरा कर डॉ. पाण्डेय ने पीलिया नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की और लोगों से मुलाकात कर उन्हें खानपान में विशेष सावधानी बरतने तथा पानी को उबालकर पीने की सलाह दी। यहां पीलिया एवं एनीमिया से पीडि़त एक गर्भवती माता को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने के भी निर्देश स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को दिए। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि पीलिया के मरीजों को भर्ती करने के लिए डीकेएस सुपर स्पेश्लियिटी हॉस्पीटल एवं आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर में भी व्यवस्था की जा रही है।