00 3 करोड़ 63 लाख 66 हजार से अधिक राशि का भुगतान
जगदलपुर – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत् बनाए गए महिला स्व. सहायता समूहों ने लॉकडाउन के दौरान आर्थिक गतिविधियों में संलग्न होकर जिले के विकास में सहयोग दिए। कोरोना कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन के समय काम काज बंद होने से बस्तर जिले के ग्रामीणों की ओर से जंगल और घरों की बाड़ी मे जहां लघु वनोपज प्रर्याप्त मात्रा मे पाए जाते है और ग्रामीण क्षेत्रो मे रहने वाले लोगो के लिए बहुत बडा आजीविका का साधन है और यही संग्रहित किए वनोपज से ग्रामीण परिवारों के आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायक बना हुआ है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत् बनाए गए महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से वन विभाग और एन.आर.एल.एम के समन्वय से 151 सक्रिय समूह की ओर से 10 वनधन विकास केन्द्र, 38 हाट बाजार खरीदी केन्द्र, 103 ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी केन्द्र से अब तक 10 हजार 267 क्विंटल वनोपज की खरीदी की गयी है। जिसकी कुल 3 करोड़ 63 लाख 66 हजार 816 रुपए का भुगतान समूह के माध्यम से प्रदाय किए गए। जिससे गांव के वनोपज संग्रहित परिवारों को नगद राशि प्राप्त हुआ। प्राप्त यह राशि उनकी आजीविका का एक अहम हिस्सा बन गया है। समूह के माध्यम से वनोपज खरीदी की पहल की जाने से गांव मे ही वनोपज आसानी से खरीदी की जा रही है वर्तमान मे निम्न वनोपज की खरीदी की जा रही है जैसे ईमली, चरौटा, हर्रा, बेहरा, कालमेघ, वनतुलसी, साल बीज, धवई फल, वनजीरा, गिलोय, भेलवां, खरीदी की गयी हैं।
इसके अलावा वैल्यू चैन परियोजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत् भूमगादी महिला कृषक उत्पादक कंपनी एवं हरिहर बस्तर के माध्यम से सब्जी एवं राशन खाद्य पदार्थ का घर पहुंच सेवा प्रणाली का सचालन बस्तर जिले में किए जा रहे है, जिनके माध्यम से समूह की ओर से उत्पादित समानों समूह के माध्यम से संग्रहण सह विपणन का कार्य किया जाता है, ताकि समूहो के सदस्यों को सही कीमत और उचित मूल्य प्राप्त हो सके भूमगादी कंपनी के माध्यम से वर्तमान में मक्का, ईमली, काजू, उदड दाल, तिखुर, अमचूर, हल्दी, कोदो, कुटकी, रागी, चांवल आटा, आचार, पापड़, बडी, मशरूम, अगरबत्ती, साबुन एवं साग सब्जी खरीदी कर प्रोसेंसिंग सह पैकेजिंग कर हरिहर बस्तर जगदलपुर शहर मे आउटलेट के माध्यम से बेची जाती है। कोरोना संगमण कोिवड-19 के तहत् संकमण के फैलाव के रोकथाम व लॉकडाउन के दौरान भूमगादी महिला कृषक उत्पादक कंपनी के माध्यम से जगदलपुर जिले मे लोगों के मांग अनुसार आवश्यक खाद्य सामाग्री जैसे- सब्जी, चावंल, दाल, तेल, बडी, पापड़, आचार हल्दी मशाला का घर तक पहुंच सेवाएं दी जा रही थी। जिससे शहर के लोगों को राहत मिली।
लॉकडाउन के समय समूह की ओर से उत्पादित सब्जी और अन्य उत्पाद को गांव में बेचने मे समस्या आ रही थी, किंतु भूमगादी कंपनी से जुडे समूह परिवारों को अपने उत्पाद को बेचने मे आसानी हुई। जिसके कारण से सहीं समय में उनको राशि प्राप्त होने से उनकी आर्थिक स्थिति में एवं आजीविका मे वृद्धि हुई। जिससे समूह के लोग इसके लिए प्रशासन का आभार व्यक्त करते है।

sources