एमएसएमई अधिकारियों

joharcg.com हाल ही में, रेम्प (रिसर्च, एनालिसिस, और मार्केटिंग प्रोजेक्ट्स) के सहयोग से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एमएसएमई (सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्यम) अधिकारियों ने भाग लिया। यह कार्यशाला उद्यमियों के लिए अपने कौशल को बढ़ाने और बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार अपने उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने पर केंद्रित थी।

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य एमएसएमई अधिकारियों को नवीनतम बाजार प्रवृत्तियों, प्रौद्योगिकी के उपयोग, और प्रतिस्पर्धा के खिलाफ खुद को मजबूत बनाने के तरीकों से अवगत कराना था। रेम्प के विशेषज्ञों ने अधिकारियों को विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करने और प्रभावी रणनीतियाँ विकसित करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यशाला में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया, जिनमें विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए और अधिकारियों को प्रैक्टिकल ज्ञान प्रदान किया। इस दौरान, अधिकारियों को समूह चर्चाओं और नेटवर्किंग का अवसर मिला, जिससे उन्होंने एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का मौका पाया।

कार्यशाला के अंत में, उपस्थित अधिकारियों ने इस कार्यक्रम की सराहना की और इसे अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से उन्हें अपने उद्यमों को आगे बढ़ाने और नए विचारों को अपनाने में मदद मिलती है।

रेम्प के साथ एमएसएमई अधिकारियों की यह कार्यशाला एक सफल आयोजन रहा, जिसने न केवल अधिकारियों को नई जानकारी दी, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए आवश्यक कौशल भी प्रदान किए। इस प्रकार की कार्यशालाएँ भारत के एमएसएमई क्षेत्र की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और आगे भी इस तरह के आयोजनों की आवश्यकता है।

सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों की उत्पादकता बढ़ाकर मध्यप्रदेश के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिये आज एक दिवसीय जागरूकता दिवस के तहत भोपाल और नर्मदापुरम के विभागीय अमले के साथ यानि रेजिंग एंड एसीलेरेटिंग एमएसएमई परफारमेंस की टीम ने गंभीर विचार विमर्श किया।

जागरूकता कार्यक्रम के तहत सर्वाधिक ध्यान कोविड-19 के बाद के छोटे उद्योगों की भूमिका और उनकी ग्रोथ पर चर्चा हुई तथा उत्पादकता बढ़ाने की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर विभाग के उप सचिव श्री पंकज शर्मा और राष्ट्रीय उत्पाकता परिषद के निदेशक श्री आशुतोष माकुम ने संपूर्ण विषय के साथ योजना की अवधारणा के महत्व के बारे में संबोधित किया।

रेम्प के नोडल अधिकारी श्री अनिल थामले ने कार्यक्रम में रेजिंग एण्ड एसीलेरेटिंग एमएसएमई परफारमेंस के विभिन्न पहलुओं की प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का पहला उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की उत्पादकता बढ़ाना और उनके प्रदर्शन को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सशक्त बनाना है। समूह आधारित विचार-विमर्श भी अधिकारियों के अलग-अलग दलों द्वारा किया गया।

Kiran Singh Deo Archives – JoharCG