अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम

joharcg.com इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवागत अधिकारियों को ग्रामीण उद्यान विस्तार की तकनीकों और उपायों से अवगत कराना है। अधिकारियों को आधुनिक कृषि विधियों, फसल प्रबंधन, कीट प्रबंधन, और जल संरक्षण के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही, उन्हें स्थानीय किसानों के साथ संवाद करने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी। इन कार्यशालाओं में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अधिकारियों को न केवल सिद्धांत बल्कि व्यावहारिक ज्ञान भी प्रदान किया जाएगा। इससे वे अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगे और किसानों के बीच नई तकनीकों को लागू करने में सहायता करेंगे।

सरकारी अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी स्थानीय किसानों की समस्याओं का समाधान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका कार्य न केवल कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी सृजित करता है।

नवागत प्रशिक्षु ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारियों की भूमिका किसानों के बीच नवीनतम कृषि तकनीकों को फैलाने और उनके उत्पादन में सुधार लाने में होती है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें यह समझाया जाएगा कि वे कैसे अपने ज्ञान का उपयोग करके स्थानीय कृषि की समस्याओं को सुलझा सकते हैं। इससे न केवल कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

नवागत प्रशिक्षु ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ एक सकारात्मक पहल है जो कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने में सहायक होगी। यह कार्यक्रम न केवल अधिकारियों को सशक्त करेगा, बल्कि स्थानीय किसानों को भी लाभान्वित करेगा, जिससे समग्र विकास की दिशा में कदम बढ़ेगा।

उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने प्रशासन अकादमी भोपाल में ग्रामीण उद्यान विस्‍तार अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सात दिवसीय प्रशिक्षण में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारियों को विभागीय कार्यों से अवगत कराया जाएगा।

प्रशिक्षण का प्रथम सत्र में प्रमुख सचिव प्रशासन अकेडमी महानिदेशक जे. एन. कंसोटिया, प्रमुख सचिव उद्यानिकी श्री अनुपम राजन, संचालक उद्यानिकी श्री शशि भूषण सिंह, श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, उप संचालक अकादमी डॉ. अनादि मिश्रा प्रशिक्षण संचालक सहित विभागीयें अधिकारी मौजूद रहे। नवागत कुल 184 आरईएचओ को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले बैच में 30 प्रशिक्षु को ट्रेनिग दी जा रही है।

मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि जिंदगी मे कहीं न कहीं किसी भी स्तर पर प्रशिक्षण की आवश्यकता रहती है, चाहे वह प्रशासनिक अधिकारी हो या फिर राजनीतिक शख्सियत हो। कार्यं के दौरान विभागीय फाइलों, टेंडर प्रक्रिया, कानून से जुड़े मामले देखने को मिलते है, जिनका ज्ञान होना बहुत आवश्यक है। उद्यानिकी विभाग एक परिवार की तरह है।

यहां परिवार की समस्याओं का निदान करना भी हमारा दायित्व है। श्री कुशवाहा ने कहा कि उद्यानिकी विभाग की विभिन्न समस्याओं को लेकर लगातार चिंतन कर रहे हैं। जिला स्तर एवं ग्रामीण स्तरों पर संचालित नर्सरी में मानव संसाधन की कमी है उन्हें जल्द ही पूर्ण करने पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान लगातार नर्सरीं की तरफ आशा से देखते हैं, अत: किसानों के उन्नत भविष्य के लिए नर्सरियों का आधुनिकरण होना बहुत आवश्यक है।

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