श्रीकृष्ण से जुड़े

joharcg.com उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, डॉ. योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में स्थित भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी मथुरा में आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान दी। उनका उद्देश्य प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।

उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी कई प्रमुख धार्मिक स्थल हैं, जिनमें मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, गोकुल, और बरसाना जैसे स्थल प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में एकीकृत किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को इन स्थलों पर आने-जाने में कोई परेशानी न हो और उन्हें उच्चतम स्तर की सेवाएं मिलें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन स्थलों के आसपास की आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। इसके अंतर्गत सड़क नेटवर्क, पार्किंग, यात्री सुविधाएं, होटलों की संख्या में वृद्धि, और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह पहल प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को एक नया आयाम देने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहन देगी। इसके अतिरिक्त, इन स्थलों को पर्यटन मानक के तहत विशेष रूप से पहचान दिलाई जाएगी।

यह योजना विशेष रूप से श्रीकृष्ण भक्ति के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाभकारी साबित होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इससे उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को इन स्थलों पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी जोर दिया, ताकि श्रद्धालु यहां आकर अपनी आस्था को और भी गहरी बना सकें।

यूपी सरकार की यह पहल धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, जो प्रदेश की पहचान को और मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अनुष्ठान का पर्व अनवरत जारी है। मध्यप्रदेश में विद्यमान भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े सभी स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्म-स्थली के परिवार सहित दर्शन के बाद मीडिया से चर्चा में यह विचार व्यक्त किए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की समाज हितैषी लीलाओं के साथ उनका शिक्षा ग्रहण करना, मित्रता के उत्कृष्ट भाव का प्रकटीकरण, भगवान परशुराम से सुदर्शन चक्र प्राप्त करने जैसी कई गतिविधियां मध्यप्रदेश की भूमि पर हुई हैं। इन सभी स्थानों को राज्य सरकार तीर्थ के रूप में विकसित करने जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

देश-दुनिया में बड़ी संख्या में विद्यमान भगवान श्रीकृष्ण के अनुयायियों के लिए मध्यप्रदेश में विकसित यह तीर्थ श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेंगे। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष पूरे प्रदेश में गौवर्धन पूजा और गीता जयंती का धूमधाम से आयोजन किया गया। प्रदेश में जन्माष्टमी भी पूर्ण उल्लास और आनंद के साथ मनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सामाजिक समरसता, सहिष्णुता और सत्य के मार्ग पर चलने की जो प्रेरणा प्रदान की है, हम सब उसे अपने जीवन में धारण करें यही ईश्वर से प्रार्थना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मथुरा, गोकुल, वृंदावन और भगवान कृष्ण के जन्म-स्थली पर उनका आगमन भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से ही संभव हुआ है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्रीकृष्ण से प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन्म-स्थली में दर्शन के बाद एक दुकान से मधुसूधन के मनमोहक बाल स्वरूप की प्रतिमा ली।