मंत्री श्री सारंग ने की खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने निर्देश दिये हैं कि खेल विभाग खिलाड़ियों को उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण देकर उत्कृष्ट खिलाड़ी बनाने के काम के साथ-साथ युवाओं को खेल मैदानों की ओर आकर्षित करने का भी काम करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर कोने से खेल प्रतिभाओं की खोज कर उन्हें आगे बढ़ायें। आज के समय में युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने की भी जरूरत है।
मंत्री श्री सारंग ने आज टी.टी. नगर स्टेडियम स्थित मेजर ध्यानचंद हॉल में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कोच के साथ स्पोर्ट्स अकादमियों की समीक्षा की। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज घाटे, खेल संचालक श्री रवि कुमार गुप्ता और संयुक्त संचालक श्री बी.एस. यादव उपस्थित थे।
जिला और संभाग स्तर पर भी खेल प्रशिक्षण शिविर
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि नये खिलाड़ियों को खोज कर उनके पालकों के साथ काउन्सलिंग करने की दिशा में काम करने के लिये एक सेंटर बनाया जाये, ताकि बच्चे अपनी रूचि अनुसार खेल चयन कर अनुभवियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर अगसर हो। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूँ कि प्रदेश का हर युवा खेलों से जुड़े इसके लिये हर जिला एवं संभाग स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित हो। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना और युवाओं को खिलाड़ी बनाना है। उन्होंने कहा है शतरंज और क्रिकेट जैसे खेलों पर भी ध्यान देना होगा।
संवाद और समन्वय के माध्यम से सफलता
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि अधिकारियों के साथ कोच की संयुक्त बैठक करने का उद्देश्य है कि मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग को नये-नये विचार-विमर्श के साथ आगे बढ़ाया जाये। हम सब मिलकर विभाग के लिये निर्णय लेंगे। इसके लिये अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दें। संवाद और समन्वय के माध्यम से सफलता की इबारत लिखना उद्देश्य है।
नीति निर्धारण
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर विभाग टेलेन्ट सर्च का काम करें। युवा कल्याण की दिशा में भी काम करें। खेल के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर भी काम करने के निर्देश उन्होंने दिये। उन्होंने कहा कि नये-नये आयामों, सुझावों, विचारों पर काम करना होगा। ट्रेलेन्ट सर्च के लिये कोच के साथ फिजिशियन जैसे अन्य विशेषज्ञों को भी जोड़ा जाये। विभाग में हर कार्य करने के नीति-नियम तैयार करें। स्वशक्त/अधिकारिता समिति को मजबूत किया जाये। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि हर चीज की पॉलिसी बनाएं। सभी कार्य पॉलिस बनाकर काम करें। अन्य राज्यों की पॉलिसी और मापदण्ड भी देंखे। दूसरे राज्यों से चर्चा करें। स्वशक्त समिति में अधिकार बढ़ाये।
मंत्री श्री सारंग ने की खिलाड़ियों से चर्चा
मंत्री श्री सारंग ने विभिन्न खेल के खिलाड़ियों से उनसे परिचय प्राप्त कर चर्चा की और उनके साथ समूह चित्र निकलाकर उनकी हौसला अफजाई की। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि आप लोग मध्यप्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व कर रहें है। आपको तिरंगे का मान बढ़ाने का दायित्व मिला है। इसका मान-सम्मान बढ़ाने के लिये मन लगाकर खेल भावना, अनुशासन और संयम के साथ खेलना होगा। इसी से प्रदेश और देश का नाम रोशन होगा। मंत्री श्री सारंग से चर्चा के दौरान खिलाड़ियों ने खेल से जुड़ने में पेरेन्ट का मोटिवेशन, फिजकल फिटनेस और इन्ट्रेस जैसे कारण भी बतायें।
स्कूली बच्चों का हो अकादमी भ्रमण
श्री सारंग ने कहा कि विभाग के उच्च स्तर के अधिकारी सहित निचली पंक्ति के आदमी के साथ सामूहिक चर्चा कर मंथन किया जायेगा। जिससे खेल विभाग अच्छा प्रदर्शन कर सके। उन्होंने घुड़सवारी और शूटिंग अकादमी जैसी अन्य सुविधाओं से मध्यप्रदेश के बच्चों को अवगत करवाने के उद्देश्य से स्कूलों के बच्चों के लिये समय निर्धारित करें। साथ ही विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों से चर्चा कर उनका भ्रमण कार्यक्रम बनाएं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों और कोच को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिये सुविधाएं बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
बैठक में यूथ वेलकेयर की दिशा में काम करने का भी प्रेजेन्टेशन दिया गया। आगामी प्लान, खेल ट्रेनिंग प्रोग्राम, कोर ग्रुप, कान्फ्रेंस, सहभागिता, लक्ष्य, कोच ट्रेनिंग पसनालिटी डेव्लपमेंट, स्टार्ट अप, डे-बोड़िग, फीडर सेंटर जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई।