एनएसएस की टीम

joharcg.com राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की टीम ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण पहल की है, जिसमें उन्होंने जल सरोवर को पॉलिथीन मुक्त करने का अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा और जल स्रोतों की स्वच्छता को सुनिश्चित करना है। पॉलिथीन के बढ़ते प्रयोग ने जल स्रोतों के साथ-साथ समग्र पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव डाला है, और एनएसएस ने इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए हैं।

बड़वानी 26 सितम्बर 2024/स्वच्छता ही सेवा 2024 स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत 26 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़वानी की एन.एस.एस इकाई के समस्त स्वयंसेवक एवं स्वयं सेविकाओं ने प्राचार्य डॉ.आशा साखी गुप्ता एवं रा.से.यो जिला संगठन डॉ. आर .एस. मुजाल्दा के निर्देशन बड़गांव स्थित धोबडीया तालाब सरोवर के गहन गहन स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसके अंतर्गत तालाब में फेंकी गई प्लास्टिक की पन्नियां थैलियां ,वेस्टेज पैकेट ,कपड़े,मिठाई पैकेट ,नारियल के छिलके,फूलों की सड़ी हुई लड़ियों एवं अन्य सामग्री जो तालाब के पानी को दूषित कर रही थी ,उनको तालाब के पानी से बाहर निकाल कर तालाब के जल को स्वच्छ करने का संदेश दिया। 

इस अभियान की शुरुआत स्थानीय जल सरोवर के किनारे से की गई, जहाँ एनएसएस के स्वयंसेवकों ने पॉलिथीन और अन्य प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा किया। स्वयंसेवकों ने न केवल सफाई का कार्य किया, बल्कि लोगों को इस समस्या के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए। उन्होंने गाँव के निवासियों को बताया कि पॉलिथीन का जल स्रोतों पर क्या प्रभाव पड़ता है और इसके उपयोग को कैसे कम किया जा सकता है।

इस अभियान के दौरान, एनएसएस की टीम ने विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को भी शामिल किया, जिससे इस मुद्दे के प्रति युवा पीढ़ी में जागरूकता बढ़ी। स्वयंसेवकों ने पॉलिथीन के स्थान पर बायोडिग्रेडेबल विकल्पों के उपयोग पर जोर दिया और लोगों को इसके फायदे बताए।

टीम के एक सदस्य ने कहा, “हमने इस अभियान के माध्यम से यह संदेश फैलाने की कोशिश की है कि हमें अपने जल स्रोतों की रक्षा करनी चाहिए। पॉलिथीन से जल प्रदूषण होता है, जो न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है।”

इस अभियान के अंत में, एनएसएस टीम ने जल सरोवर के किनारे वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया, जिससे न केवल वातावरण को हरा-भरा किया जा सके, बल्कि जल स्रोतों के संरक्षण में भी मदद मिले। वृक्षारोपण से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में भी मदद मिलेगी।

इस पहल ने स्थानीय समुदाय में एक नई जागरूकता पैदा की है और सभी से अनुरोध किया गया है कि वे इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लें और अपने पर्यावरण की रक्षा करें। एनएसएस की इस पहल ने साबित कर दिया है कि एक छोटा कदम भी बड़े बदलाव ला सकता है। उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक, हरीश चौहान अजय पाटीदार हिमांशु चौहान मनोज भिलावें राकेश तोमर, रोहित भायल नितेश राठौर अर्पिता आकाश शिमले सुमित उटवाल,कुलदीप उटवाल अंजली तारोले पूजा बामनिया ,सुनीता मोरे प्रियंका गोस्वामी, अनामिका बड़ोले,जेसिका,लक्ष्मी सोलंकी , तनिषा राठौड़,पलक यादव सहित लगभग 132 स्वयंसेवक उपस्थित थे ।

इस प्रकार, एनएसएस की टीम का यह अभियान जल सरोवर को पॉलिथीन मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे एक सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि पर्यावरण की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है।

Kedar Nath Kashyap Archives – JoharCG