“सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन” के लिए व्यापक “मानक संचालन प्रक्रिया (SOP)” तैयार की जाए : आयुष मंत्री श्री परमार
मंत्रालय में आयुष विभाग की समीक्षा बैठक हुई
उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने मंत्रालय स्थित प्रतिकक्ष में आयुष विभाग की समीक्षा की। “सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन” के लिए कृत कार्यों एवं आगामी कार्ययोजना पर व्यापक चर्चा हुई। मंत्री श्री परमार ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया रोग के उन्मूलन के लिए मानवीय संवेदना के भावानुरूप दृष्टिकोण स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है।
सिकल सेल एनीमिया रोग, जनजागृति का विषय है और इसके नियंत्रण एवं उन्मूलन के लिए समर्पित तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है। श्री परमार ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर प्रदेश के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में सामाजिक अभियान के रूप में दृढ़ता से क्रियान्वयन किया जाए। इसके लिए शिक्षा क्षेत्र में स्वास्थ्य जागरूकता को अभियान बनाया जाना आवश्यक है।
आयुष मंत्री श्री परमार ने प्रदेश के 89 जनजातीय बाहुल्य विकासखंडों में प्रभावित विकासखंडों का चिन्हांकन कर, वहां आयुष चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से सतत् जांच, निगरानी एवं जागरूकता के लिए क्रियाशील व्यवस्था बनाने और इसके क्रियान्वयन की निगरानी विभागीय अधिकारियों द्वारा किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने ऐसे समस्त आयुष औषधालयों में आयुष चिकित्सकों, औषधि एवं आवश्यक संसाधन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
श्री परमार ने “सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन” के लिए व्यापक “मानक संचालन प्रक्रिया (SOP)” तैयार करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रभावी क्षेत्र में स्कूल स्तर पर बच्चों में सिकल सेल एनीमिया को लेकर जागरूकता लाने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाएं और योजनाबद्ध रूप से सतत् जांच एवं निगरानी की जाए। श्री परमार ने परंपरागत वैद्यों के अनुभवों के लाभ लेने के लिए उनसे समन्वय बनाने और आवश्यकता अनुरूप तकनीकी का उपयोग करने को भी कहा। श्री परमार ने आयुष चिकित्सकों और रोग विशेषज्ञों के साथ विचार मंथन के लिए विभागीय कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव आयुष श्री अनिरुद्ध मुखर्जी एवं आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।