कुनो नेशनल पार्क

joharcg.com मध्य प्रदेश: कुनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीता की मौत
भोपाल: भारत की महत्वाकांक्षी ‘प्रोजेक्ट चीता’ को मंगलवार को एक और झटका लगा, जब मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में एक और बिल्ली पवन की मौत हो गई, वन अधिकारी ने कहा। पवन (भारतीय नाम) 1 सितंबर, रात को चीता के बारे में एडिटीडबी पर हमला करने के बाद घायल हो गया था। हालांकि, इसने 24 घंटे उससे मुखातिब होने के बाद उन्होंने खुद को काराबीलमेवा थराया।

संभागीय रिकॉर्ड्स का होने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि इसने चीता की झूल्फ में चोट की थी, इसलिए इसे तुरंत चिकित्सा उपाय कराने के लिए स्थानीय अस्पति ले जाया गया था। लाइफ गार्ड ने कहा कि चीता को उपयुक्त साहायता और इलाज प्रदान किया गया था और इसके बावजूद उसका कुछ समय बाद मृत्यु हो गई। कारंज वन विभाग के संजीव तिवारी ने इस विवादास्पद मामले को देखा है और शीघ्रता से उचित कार्रवाई करने की स्पष्ट नीति का वचन दिया है। उन्होंने कहा कि चीता बचाव और हस्तक्षेप के तंत्र में कोई दोष नहीं है। चीता के निधन के बाद, पार्क अधिकारी अब इस मुद्दे पर गहराई से जांच कर रहे हैं।

कुनो नेशनल पार्क एक महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र है और यहाँ के चीता पोपुलेशन की वृद्धि और बजाय सुरक्षित करने के अभियान का हिस्सा है। भारत सरकार ने प्रोजेक्ट चीता के तहत यहाँ नामीबियाई चीता को पुनर्वास कार्यक्रम के तहत भेजा था। इस हाल ही के वायरल समाचार ने प्रोजेक्ट को एक और चुनौती दी है, जिस पर कर्जक्षम अधिकारियों का ध्यान है।

यह मामला चीता संरक्षण के कार्यक्रमों के लिए महत्वपूर्ण संकेत है, और उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। चीता की मौत के प्रेरणाप्रद कारण का पता लगाने और ऐसे हादसों को रोकने के लिए आगे की कदम उठाने की आवश्यकता है। इस मामले का संदर्भ देश भर में चीता संरक्षण के कार्यक्रमों पर नजरें टिकाने के लिए एक अवसर प्रदान कर सकता है।

यही तो है चीता संरक्षण के लिए आवश्यक संज्ञान की आवश्यकता, ताकि हम सभी मिलकर सुनिश्चित कर सकें कि हमारी वानिकी धरती के सबसे प्राचीन मानविकता के महत्वपूर्ण हिस्से को संरक्षित रखने के लिए पर्याप्त करने के लिए हमारे जीवन को संरक्षित रख सकते हैं।,

कुनो नेशनल पार्क, जो भारत में चीता पुनर्वास परियोजना के तहत नामीबिया से लाए गए चीतों का नया घर बना है, हाल ही में एक दुखद घटना का गवाह बना। यहां नामीबिया से लाए गए एक चीते की मौत हो गई है, जो वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

नामीबिया से चीते को भारत लाने का उद्देश्य देश में एक बार फिर इस विलुप्त हो चुके प्रजाति को बसाना था। कुनो नेशनल पार्क को इसके लिए चुना गया, क्योंकि यह क्षेत्र चीतों के प्राकृतिक आवास के लिए उपयुक्त माना गया था। नामीबिया से लाए गए इस चीते को बहुत ही ध्यान और संरक्षण के साथ इस पार्क में छोड़ा गया था, ताकि वह यहां की जलवायु और पर्यावरण के साथ समायोजित हो सके।

लेकिन हाल ही में इस चीते की अचानक मौत ने वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों को चौंका दिया है। चीते की मौत के कारणों का अभी तक पूरी तरह से पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि यह स्वास्थ्य समस्याओं या पर्यावरणीय तनाव के कारण हो सकता है। नामीबिया से भारत लाए गए चीतों के लिए यह एक बड़ी चुनौती रही है कि वे यहां के नए वातावरण में कैसे तालमेल बिठाते हैं।

इस घटना ने चीता पुनर्वास परियोजना पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं चीते के लिए नए वातावरण में अनुकूलन की कठिनाइयों को दर्शाती हैं। इसके अलावा, इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व को और भी अधिक स्पष्ट कर दिया है, जहां प्राकृतिक आवास और उनकी आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है।

भारत में चीता पुनर्वास एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, और इस चीते की मौत ने इस परियोजना के सामने कई चुनौतियों को उजागर किया है। हालांकि, यह घटना परियोजना को रुकने का संकेत नहीं देती, बल्कि इसके लिए और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

कुनो नेशनल पार्क में हुई इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण के प्रति एक गंभीर संदेश दिया है। यह समय है कि हम इस पर विचार करें कि क्या हम वन्यजीवों के लिए उनके नए घर के रूप में सही विकल्प चुन रहे हैं, और क्या उन्हें नई जगहों पर बेहतर तरीके से समायोजित करने के लिए और भी गहन प्रयास किए जाने चाहिए। चीता पुनर्वास परियोजना के अगले चरण में इन सवालों का समाधान करना महत्वपूर्ण होगा, ताकि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को सफल बनाया जा सके और भारत में चीता एक बार फिर से अपने पैर पसार सके।

इस लेख में कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीते की मौत के बारे में विस्तार से बताया गया है और इस घटना के प्रभाव और उससे संबंधित चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है।

Laxmi Rajwade Archives – JoharCG