joharcg.com मध्यप्रदेश, भारत के केंद्रीय हिस्से में बसा एक अद्वितीय राज्य, अब फिल्म पर्यटन और शूटिंग का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। यहाँ की अप्रतिम प्राकृतिक सुंदरता, विविधता और ऐतिहासिक धरोहर इसे फिल्म निर्माताओं और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बना रही है।
राज्य सरकार ने फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं, जिसमें फिल्म शूटिंग के लिए विशेष छूट, सुविधाएं और सहायता शामिल हैं। मध्यप्रदेश में कई ऐसे अद्भुत स्थल हैं जहाँ फिल्मों की शूटिंग की जा रही है, जैसे कि महाकालेश्वर, खजुराहो, भीमबैठका, और सांची। इन स्थलों की खासियत यह है कि यहाँ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ प्राकृतिक दृश्य भी फिल्मों में बेहतरीन दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
म.प्र. में 1952 से हो रही शूटिंग, सरकार के सहयोग से फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बना
“लॉयन”, व्हाइट टाइगर, दि लवर्स जैसी अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्ध फिल्मों की हुई शूटिंग
हाल ही में, कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माता मध्यप्रदेश में शूटिंग के लिए आ रहे हैं। बॉलीवुड से लेकर क्षेत्रीय सिनेमा तक, इस राज्य में शूटिंग करने के लिए एक नई प्रवृत्ति देखने को मिल रही है। यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य ने कई फिल्मों को एक नया रूप दिया है और इसकी दर्शनीयता ने कई निर्माताओं को आकर्षित किया है।
सरकार ने मध्यप्रदेश को फिल्म उद्योग का केंद्र बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। फिल्म शूटिंग को सुगम बनाने के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया गया है, जो शूटिंग के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं और जानकारी प्रदान करेगी। इसके साथ ही, फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्मों में है मध्यप्रदेश
इसके अलावा, मध्यप्रदेश में फिल्म समारोह और कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही हैं, जो न केवल स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में नए प्रतिभाओं को भी अवसर प्रदान करती हैं। यह राज्य अब एक ऐसा मंच बनता जा रहा है जहाँ नए विचार और रचनात्मकता को अभिव्यक्त करने का मौका मिलता है।
मध्यप्रदेश की सरकार ने फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रचार गतिविधियों की योजना बनाई है। इन गतिविधियों के तहत, राज्य के अनूठे स्थलों को प्रमोट किया जाएगा ताकि और अधिक फिल्म निर्माता यहाँ आने के लिए प्रेरित हों।
फिल्म सुविधा सेल
राज्य सरकार ने फिल्म उद्योग और फिल्म की शूटिंग को प्रोत्साहित करने के लिए फिल्म सुविधा सेल बना दिया है। यह सेल फिल्म निर्माण कंपनियों, निर्माताओं के साथ समन्वय स्थापित करेगा और उनकी आवश्यकताओं को समझ कर नीति में आवश्यक बदलाव के लिए सुझाव भी देगा। इस सेल के संचालन की जिम्मेदारी म.प्र. टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक, पुरातत्व सलाहकार, उप संचालक वित्त, फिल्म निर्माण में विशेषज्ञ रखने वाले व्यक्ति और संबंधित विभागों के विभाग अध्यक्ष की है। यह सेल फिल्म निर्माण के सभी आवेदनों पर विचार करेगा और आवश्यकतानुसार तत्काल स्वीकृतियां जारी करेगा। यदि किसी निर्माता को फिल्म निर्माण के लिए अनुदान लेना हो तो उसके प्रस्ताव पर भी विचार करेगा।
फिल्म निर्माण पर वित्तीय प्रोत्साहन
फिल्म निर्माण के लिए वित्तीय प्रोत्साहन का भी नीति में प्रावधान है। प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए फिल्म निर्माताओं को फिल्म लागत के अनुसार अनुदान देने का प्रावधान है। एक करोड रुपए तक लागत की फिल्म की शूटिंग के लिए फिल्म की कुल लागत का 25% उन्हें अनुदान के रूप में दिया जाएगा। शर्त यह है कि फिल्म की न्यूनतम 50% शूटिंग के दिन मध्यप्रदेश में हों। इसी प्रकार डेढ़ करोड़ लागत की फिल्म का 25% या जो भी कम हो दिया जाएगा। इसके लिए फिल्म की 75% शूटिंग मध्यप्रदेश में होना चाहिए। इसी प्रकार दूसरी और तीसरी फिल्म के लिए भी अनुदान का प्रावधान है।
इस प्रकार, मध्यप्रदेश का अप्रतिम सौंदर्य, इतिहास, और सांस्कृतिक विविधता इसे फिल्म पर्यटन और शूटिंग का एक प्रमुख हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आने वाले समय में, यह राज्य भारतीय सिनेमा के मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने की दिशा में अग्रसर है।