joharcg.com इंदौर: बरसात के मौसम में जलभराव के कारण बीमारियाँ बढ़ रही हैं। डेंगू और मलेरिया के मरीज भी बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। इंदौर में हर दिन करीब 10 नए मरीज सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक पूरे सूबा में 328 डेंगू और 106 मलेरिया के मरीज मिल चुके हैं।
73 फीसदी मरीज अकेले इंदौर में पाए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा डेंगू के 251 मरीज इंदौर जिले में हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ड्रोन सर्वे, दवाओं का छिड़काव और स्कूलों व कॉलोनियों में जाकर लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रहा है।
शहरी क्षेत्र में 144 पुरुष, 37 महिलाएं और 23 बच्चे डेंगू और मलेरिया के मरीजों में शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक मरीज देखे जा रहे हैं। अभी तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। ड्रोन के जरिए सर्वे करा रहे हैं और लार्वा खत्म करने के लिए दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है।
इंदौर के इन इलाकों में पाए जाते हैं सबसे ज्यादा मरीज:
– अच्छी तरह हिलाओ
– गीता भवन
– विजयनगर
– मूसाखेड़ी
– आज़ाद नगर
– मध्य पुरुषवाचक
– बाणगंगा
– नंदनगर
– चंदननगर,
इंदौर में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे डेंगू का खतरा भी बढ़ गया है। शहर के निचले इलाकों में जलभराव के कारण मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई हैं, जो डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों के प्रसार का मुख्य कारण हैं।
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं, लेकिन जलभराव के कारण स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है। शहर के कई हिस्सों में पानी भर जाने से मच्छरों के लार्वा तेजी से पनप रहे हैं, जिससे डेंगू के मामलों में वृद्धि का खतरा मंडराने लगा है।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे घरों के आसपास जलभराव न होने दें और मच्छरदानी का उपयोग करें। साथ ही, विभाग ने शहर में फॉगिंग और एंटी-लार्वल स्प्रे का काम भी तेज कर दिया है। इसके अलावा, लोगों को अपने घरों के भीतर और आसपास साफ-सफाई बनाए रखने और पानी के खुले बर्तन खाली करने की सलाह दी जा रही है, ताकि मच्छरों के पनपने की संभावना को कम किया जा सके।
शहर के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं, जहां डेंगू के लक्षणों की जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही, लोगों को डेंगू से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी दी जा रही है और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि जलभराव के कारण मच्छरों का प्रजनन तेजी से हो रहा है, जिससे आने वाले दिनों में डेंगू के मामलों में वृद्धि हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि समय रहते इस समस्या का समाधान किया जाए। नगर निगम के अधिकारी भी इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रहे हैं और जल निकासी के उपायों को लागू करने में जुटे हुए हैं।
डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए, इंदौरवासियों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सरकार और प्रशासन भी इस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।