राज्यपाल श्री पटेल का भारिया जनजातीय समुदाय के संवाद कार्यक्रम में संबोधन

joharcg.com राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने हाल ही में भारिया जनजातीय समुदाय के संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें स्थानीय समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम राज्य में जनजातीय कल्याण और विकास के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहा है, क्योंकि इसमें जनजातीय मुद्दों पर चर्चा की गई और विकास योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया।

सिकल सेल रोग के प्रति व्यापक जागरूकता की आवश्यक है
 

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए व्यापक जागरूकता आवश्यक है। सिकल सेल एनीमिया के प्रभावी रोकथाम के लिए प्रबंधन और इलाज में हर समुदाय और व्यक्ति को सहभागी बन कर मानवता की सेवा करनी होगी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी और वर्ष 2047 तक सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसे पूरा करने के लिए हम सभी को आगे आना होगा और सरकार का सहयोग करना होगा। संबोधन में राज्यपाल ने भारिया जनजातीय समुदाय की संस्कृति, परंपराओं और उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, “भारिया जनजाति का सांस्कृतिक धरोहर न केवल हमारे राज्य की पहचान है, बल्कि यह हमारे समाज के विविधता में भी समृद्धि लाता है।” उन्होंने समुदाय के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है।

प्रत्येक बच्चें को करें शिक्षित

राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित लोगों से अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षित करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति शिक्षित होकर ही समाज में आगे बढ़ सकता हैं। उन्होंने कहा कि अब पैसो की कमी शिक्षा की राह में बाधा नहीं हैं, छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार अनेक योजना संचालित कर रही हैं। जिनका लाभ लेकर कोई भी व्यक्ति बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकता हैं। राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने जनजातीय समुदाय के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं, जिनमें कौशल विकास, रोजगार सृजन और स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं।

इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय जनजातीय युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, “आपकी मेहनत और लगन ही आपके भविष्य को आकार देगी। शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और इसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।” उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने कौशल को विकसित करें और अपने समुदाय की प्रगति में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

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कार्यक्रम में मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी जनजातीय समुदाय के विकास पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समुदाय की समस्याओं को समझने और उन्हें सुलझाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।

इस संवाद कार्यक्रम में उपस्थित जनजातीय नेताओं ने अपनी समस्याओं और मांगों को राज्यपाल के सामने रखा। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार से संबंधित मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया और राज्यपाल से उनके समाधान के लिए सहायता की अपील की।

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राज्यपाल ने इन समस्याओं को गंभीरता से सुनने का आश्वासन दिया और कहा कि वह सभी मुद्दों पर संबंधित विभागों के अधिकारियों से चर्चा करेंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी।

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इस संवाद कार्यक्रम ने भारिया जनजातीय समुदाय के सदस्यों को अपनी आवाज उठाने और अपनी समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल का संबोधन न केवल उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि सरकार उनके विकास के प्रति गंभीर है।

यह कार्यक्रम एक सकारात्मक पहल है, जो जनजातीय समुदाय के विकास में एक नई दिशा प्रदान कर सकता है।