गर्भवती महिला

joharcg.com दमोह जिले में सूरजपुरा गांव में एक गर्भवती महिला की घटना हाल ही में हादसे की उदाहरण है। इस महिला को प्रसव के दौरान हो गई परेशानी से लड़ते हुए उसे एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए उसके परिजनों ने खाट पर लिटाकर आगे बढ़ाया। इस घटना ने गांव की सड़कों की अव्यवस्था का खुला इशारा किया है।

गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव तक सड़क नहीं बनी हुई है, जिसकी वजह से ऐसे हादसे की संभावना बनी रहती है। बारिश के समय यह समस्या और भी भयानक हो जाती है। इस मामले में भी महिला के परिजनों को खस्ता हालत उठाने पड़े और उन्हें गाड़ी से हटाने के लिए अलग से प्रयास करना पड़ा।

गांव के सरपंच और स्थानीय नेता इस मामले को जानते हैं, लेकिन किसी भी सरकारी अधिकारी ने इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव के लिए सड़क बनाई जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं बार-बार न हों।

इस घटना को देखते हुए हमें यही याद आता है कि गरीबों और साधारण लोगों के लिए सड़कों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी भारतीय सरकार की जिम्मेदारी है। उम्मीद है कि इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और गांव के लोगों को सुरक्षित सड़कों का लाभ मिलेगा।,

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है जिसमें एक गर्भवती महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए उसके परिवार ने खाट पर लिटाकर मार्ग तय किया। यह घटना सूरजपुरा गांव में हुई, जहां परिजन अपनी बीमार रिश्तेदार को अस्पताल ले जाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आए।

घटना की जानकारी के अनुसार, सूरजपुरा गांव में एक गर्भवती महिला की तबियत अचानक बिगड़ गई और उसे तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी। एंबुलेंस को बुलाया गया, लेकिन ग्रामीण इलाकों में सड़क की खराब स्थिति और अन्य समस्याओं के कारण एंबुलेंस महिला के घर तक नहीं पहुंच सकी।

ऐसे में, परिजनों ने मजबूरन महिला को खाट पर लिटाकर एंबुलेंस तक ले जाने का निर्णय लिया। उन्होंने महिला को खाट पर लिटा कर कई किलोमीटर की दूरी तय की, जो कि अत्यंत कठिन और थकाने वाला था। इस दौरान महिला और उसके परिजन कठिन परिस्थितियों का सामना करते रहे।

महिला के परिजनों का कहना है कि अगर एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती या सड़क की स्थिति बेहतर होती तो इस कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता। गांव के स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से मांग की है कि इलाके में सड़क की मरम्मत की जाए और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जाए ताकि इस तरह की समस्याओं का सामना भविष्य में न करना पड़े।

इस घटना ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और बुनियादी ढांचे की समस्याओं को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कदम उठाने की बात की है।

गांव वालों और परिजनों की इस कठिन यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और सड़कों की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। इस घटना के बाद, उम्मीद जताई जा रही है कि सरकारी और गैर-सरकारी संगठन ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए ठोस कदम उठाएंगे और इस तरह की समस्याओं का समाधान करेंगे। Vishnu Deo Sai Archives – JoharCG