joharcg.com मध्य प्रदेश के सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में मेट्रो, रेलवे और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मिलकर निर्माण कार्य में समन्वय बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। मंत्री सारंग ने ऐशबाग स्टेडियम के पास स्थित रेलवे क्रॉसिंग क्रमांक 250 के निर्माण में आने वाली समस्याओं के समाधान पर जोर दिया।
नहीं बदलना पड़ेगा मेट्रो का अलाइनमेंट, ना बढ़ेगी लागत- समय-सीमा में होगा आरओबी का काम
बैठक के दौरान, मंत्री ने निर्देश दिए कि रेलवे ओवरब्रिज के स्लैब की चौड़ाई को मेट्रो रूट की दिशा में कम किया जाए, जिससे यह रेलवे ट्रैक के करीब आ सके। इस प्रकार की व्यवस्था से निर्माण कार्य में सुगमता आएगी और इसके लिए आवश्यकतानुसार रेलवे के जबलपुर स्थित वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति प्राप्त की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मेट्रो और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को संयुक्त प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।
श्री सारंग ने बैठक में कहा कि इससे न केवल मेट्रो के अलाइनमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा, बल्कि निर्माण की लागत में भी वृद्धि नहीं होगी। वर्तमान में, लोक निर्माण विभाग द्वारा स्लैब कास्टिंग का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है, जिससे आरओबी को रेलवे ट्रैक की ओर आसानी से शिफ्ट किया जा सकता है।
रेलवे ओवरब्रिज का कार्य तीव्रता से जारी
यह ओवरब्रिज क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को फाटक पर इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा और लंबा चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। अनुमानित है कि इस आरओबी के निर्माण से लगभग 3 लाख लोग प्रतिदिन लाभान्वित होंगे। ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज का कार्य तेज़ी से जारी है, जिसमें अब तक 22 फाउंडेशन और 18 स्लेब का कार्य पूर्ण हो चुका है।
ट्रेफिक का दबाव होगा कम
ओवरब्रिज के निर्माण से ऐशबाग क्षेत्र के लोगों को न तो फाटक पर इंतजार करना पड़ेगा और न ही लंबा चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी। इस आरओबी के बन जाने से प्रतिदिन लगभग 3 लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी।