नरेन्द्र मोदी

नई दिल्ली 15 नवम्बर 2024। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बालिकाओं की शिक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए विख्यात महंत सुभद्रा आत्या से आज मुलाकात की।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा:
“छत्रपति संभाजी नगर में मेरी मुलाकात महंत सुभद्रा आत्या से हुई। वह महानुभाव पंथ से जुड़ी रही हैं। बालिकाओं की शिक्षा और उन्हें सशक्त बनाने में उनका काम बहुत प्रेरणादायक है।”

प्रधानमंत्री 15 नवंबर को प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे
जोशपूर्ण बोडो समाज के निर्माण और शांति बनाए रखने के लिए भाषा, साहित्य और संस्कृति का बड़ा आयोजन
नई दिल्ली 15 नवम्बर 2024। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर शाम 6:30 बजे नई दिल्ली स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।

15 और 16 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय महोत्सव जोशपूर्ण बोडो समाज के निर्माण और शांति बनाए रखने के लिए भाषा, साहित्य और संस्कृति का बड़ा आयोजन है। इसका उद्देश्य न केवल बोडोलैंड में बल्कि असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल और पूर्वोत्तर के अन्य अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय बोडो लोगों को एकीकृत करना है। महोत्सव का विषय है ‘समृद्ध भारत के लिए शांति और सद्भाव’, इसमें बोडो समुदाय के साथ-साथ बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के अन्य समुदायों की समृद्ध संस्कृति, भाषा और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसका उद्देश्य बोडोलैंड की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत, पारिस्थितिक जैव विविधता और पर्यटन के लिए उपयुक्त स्थलों का लाभ उठाना है।

उल्लेखनीय है कि यह महोत्सव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में 2020 में बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से सुधार और उबरने की महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मना रहा है। इस शांति समझौते से न केवल बोडोलैंड में दशकों से चले आ रहे संघर्ष, हिंसा और जानमाल के नुकसान की समस्या से निजात मिली, बल्कि यह समझौता अन्य शांति समझौतों के लिए प्रेरणास्रोत भी बना।
भारतीय विरासत और परंपराओं में योगदान दे रहे

“समृद्ध बोडो संस्कृति, परंपरा और साहित्य” पर आयोजित सत्र महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा, जिसमें समृद्ध बोडो संस्कृति, परंपराओं, भाषा और साहित्य की श्रृंखला पर विचार-विमर्श किया जाएगा। “राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के माध्यम से मातृभाषा माध्यम से शिक्षा की चुनौतियां और अवसर” विषय पर भी एक सत्र आयोजित किया जाएगा। बोडोलैंड क्षेत्र के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा

देने के उद्देश्य से संस्कृति तथा पर्यटन के माध्यम से “स्थानीय सांस्कृतिक बैठक और ‘जोशपूर्ण बोडोलैंड’ क्षेत्र के निर्माण पर विषयगत चर्चा सत्र भी आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में बोडोलैंड क्षेत्र, असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, भारत के अन्य भागों तथा पड़ोसी राज्यों नेपाल और भूटान से आने वाले पांच हजार से अधिक सांस्कृतिक, भाषाई और कला प्रेमी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री ने जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की
नई दिल्ली 15 नवम्बर 2024।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एक्स पर एक पोस्ट करते हुए श्री मोदी ने लिखा:
“मैं हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”

49वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में स्वाद और स्वास्थ्य के वादे के साथ आयुष आहार, आगंतुकों को कर रहा  कर्षित  
नई दिल्ली 15 नवम्बर 2024। ‘आयुष के साथ स्वस्थ भारत, विकसित भारत’ थीम के साथ आकर्षक आयुष पवेलियन उद्घाटन के दिन आगंतुकों के बीच प्रमुख आकर्षणों में से एक रहा। यह पवेलियन आयुष के मूल स्तंभों- अनुसंधान, नवाचार, और सार्वजनिक सेवा को विभिन्न प्रकार की इंटरैक्टिव, सूचनात्मक और शैक्षिक गतिविधियों के ज़रिए दर्शाते हुए एक जीवंत अनुभव का वादा करता है।

पवेलियन में प्रदर्शित सबसे महत्वपूर्ण आयुष पहलों में से एक ‘आयुष वीज़ा’ प्रदर्शनी है। आयुष वीजा, भारत के तेजी से बढ़ते स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र को और बढ़ावा देने के लिए तैयार है। गृह मंत्रालय ने पहले ही आयुष वीजा को अधिसूचित कर दिया है और इसका मकसद भारत में आयुष चिकित्सा प्रणाली के तहत उपचार कराने की इच्छा रखने वाले वैश्विक पर्यटकों को सुविधा प्रदान करना है।

मंडप में आयुष आहार भी शामिल है, जहां परिषदें और संस्थान समग्र कल्याण को बढ़ावा देने में पारंपरिक आहार प्रथाओं के प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करते हुए नए आयुष आहार समाधान का प्रदर्शन करेंगे। लाइव प्रदर्शनों और विशेषज्ञों से बातचीत के ज़रिए, यहां आने वाले आगंतुक इन पोषण संबंधी अवधारणाओं के पीछे के लाभों और विज्ञान के बारे में जानकारी ले सकते हैं। आयुष मंत्रालय के तहत अनुसंधान परिषदों और संस्थानों ने भी अपने संबंधित अनुसंधान और गतिविधि डोमेन में पहलों को प्रदर्शित करने के लिए पवेलियन में रचनात्मक प्रदर्शनी की व्यवस्था की है।

राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने भारत की समृद्ध जैव विविधता पर एक विशेष खंड की व्यवस्था की है, जिसमें विभिन्न स्वदेशी पौधों के औषधीय मूल्य और उनके प्रयोगों में हालिया प्रगति पर प्रकाश डाला गया है।
मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) ने भी लाइव योग प्रदर्शन की व्यवस्था की है। योग चिकित्सकों द्वारा परामर्श और कार्यस्थल पर योग का प्रदर्शन भी पवेलियन के मुख्य आकर्षणों में से एक है।
जानकारियों को मनोरंजन के साथ सीखने के तरीके प्रदर्शित करते हुए पवेलियन में “दादी से पूछो” जैसी आकर्षक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी पारंपरिक चिकित्सा विशेषज्ञों से स्वास्थ्य सलाह प्राप्त कर सकते हैं।

एक अन्य आकर्षण बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया एक अनोखा ‘सांप और सीढ़ी’ खेल है, जिसका उद्देश्य आयुर्वेद के अनुसार संतुलित आहार और स्वस्थ जीवन शैली के सिद्धांतों को सिखाना है। इसके अलावा, प्रकृति परीक्षण और मिजाज परीक्षण जैसे इंटरैक्टिव कियोस्क, आगंतुकों को उनके शरीर के बारे में और गहराई से जानने में मदद करेंगे और आयुर्वेद सिद्धांतों के आधार पर व्यक्तिगत जीवनशैली के उपायों को सुझाएंगे।
आयुष आहार की अवधारणा के प्रति बढ़ती रुचि

और जिज्ञासा को देखते हुए खास प्रदर्शनियों और प्रदर्शनों की भी व्यवस्था की गई है। पवेलियन में आगंतुकों के लिए आयुष आहार के सिद्धांतों पर आधारित व्यंजनों की भी व्यवस्था की गई है।
गतिविधियों और प्रदर्शनों की एक विविध श्रृंखला के साथ, 49वें आईआईटीएफ में आयुष पवेलियन, आगंतुकों को पारंपरिक भारतीय वेलनेस प्रथाओं से रूबरू होने का मौका देता है, जो अतीत के ज्ञान को भविष्य के नवाचारों के साथ जोड़ता है।