joharcg.com शिक्षा विभाग के अंतर्गत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने दो शिक्षकों को उनके सहकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। यह घटना स्कूल में अनुशासनहीनता और कर्मचारियों के बीच सौहार्द्र बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डालती है।
दोनों शिक्षक अपने सहकर्मियों के साथ अनुचित व्यवहार और दुर्व्यवहार के लिए जाने जाते थे, जिसके चलते कई बार शिकायतें प्राप्त हुईं। शिकायतों की जांच के बाद डीईओ ने सख्त कदम उठाते हुए दोनों को निलंबित कर दिया। यह कदम शिक्षकों के आचरण और कार्यस्थल की गरिमा बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
डीईओ ने कहा, “शिक्षकों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने सहकर्मियों और छात्रों के साथ सम्मानजनक और सहयोगी व्यवहार करें। अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है, और इस मामले में कार्रवाई करना आवश्यक हो गया था।”
इस घटना से यह स्पष्ट है कि स्कूलों में अनुशासन बनाए रखना केवल छात्रों के लिए नहीं बल्कि शिक्षकों के लिए भी जरूरी है। कार्यस्थल पर सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए सहकर्मियों के बीच आदर और सहयोग आवश्यक है।
यह घटना शिक्षा प्रणाली में अनुशासन और शिष्टाचार के महत्व को उजागर करती है। शिक्षकों से न केवल शिक्षा देने की जिम्मेदारी होती है, बल्कि उन्हें अपने व्यवहार से भी छात्रों और सहकर्मियों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। डीईओ की यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिलासपुर। अपने सहकर्मियों से दुर्व्यवहार के आरोप में डीईओ बिलासपुर ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। प्राथमिक शाला बिजौर में पदस्थ दो सहायक शिक्षक पोलेश्वर यादव और ममता सोनी को पदीय कर्तव्यों के विपरीत आचरण के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। प्राथमिक शाला बिजौर के सहा शिक्षक (एलबी) पोलेश्वर यादव के विरुद्ध प्राप्त शिकायत की जांच करायी गई।
जांच प्रतिवेदन अनुसार पोलेश्वर यादव अपने पदीय कर्त्तव्यों के विपरीत संस्था में कार्यरत सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट करने, अध्यापन छोड़कर गप-शप करने, छात्रा की पिटाई करने, संस्था की झूठी खबर फैलाने एवं एसएमसी अध्यक्ष को धमकी आदि दिए जाने संबंधी शिकायत जांच में आरोप सही पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
उनका निलंबन अवधि मुख्यालय शा. उ.मा.शा. सीपत में रहेगा। सहायक शिक्षक एलबी ममता सोनी पर सहकर्मियों से दुर्व्यवहार के आरोप लगाए गए थे। जांच के बाद शिकायत सही पाई गई और उन्हें भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उनका निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय प्राचार्य शा. उ.मा.शा. मस्तूरी में रहेगा।