joharcg.com छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ हुआ है। इस सम्मेलन का आयोजन प्रशासनिक सुधारों, नीतियों के सफल क्रियान्वयन और राज्य में जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा के उद्देश्य से किया गया है। इसमें राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया, ताकि छत्तीसगढ़ के विकास को एक नई दिशा दी जा सके।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उद्घाटन भाषण में प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जनहित की योजनाओं का सही और प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन ही राज्य के विकास की कुंजी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे जनता की समस्याओं को प्राथमिकता पर रखें और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रशासनिक ढांचे में सुधार लाने के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को और तेज़ी से आगे बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डिजिटल गवर्नेंस के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे तकनीकी नवाचार से सरकारी कामकाज को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे राज्य में ई-गवर्नेंस को सशक्त करने के लिए नई तकनीकों का उपयोग करें और डेटा संचालित निर्णय लेने की प्रणाली को मजबूत करें।
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में राज्य के ग्रामीण और शहरी विकास को संतुलित रूप से बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में भी आधुनिक सुविधाओं का लाभ पहुंच सके। साथ ही, शहरी विकास की दिशा में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स और आधारभूत संरचनाओं के विस्तार पर भी महत्वपूर्ण विमर्श हुआ।
पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास भी इस कॉन्फ्रेंस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे राज्य में हरित विकास के लिए प्रयास करें। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक धरोहर को बचाए रखना आवश्यक है और इसके लिए योजनाओं में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता का ध्यान रखा जाए। जल संरक्षण, वृक्षारोपण, और स्वच्छता अभियानों के माध्यम से राज्य को एक सतत और स्वच्छ भविष्य की ओर अग्रसर करने के प्रयासों पर चर्चा की गई।
दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के पहले दिन की समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों की प्रतिबद्धता की सराहना की और आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन से निकलने वाले विचार और नीतियां राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। सम्मेलन का दूसरा दिन और भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए समर्पित होगा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और कानून व्यवस्था शामिल हैं।
इस सम्मेलन के माध्यम से यह स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ सरकार जनहितकारी नीतियों को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए कृतसंकल्प है।