छोटे कद आत्महत्या

joharcg.com बिजनौर. उत्तर प्रदेश के बिजनौर से खुदकुशी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक लड़की ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. मृतका के परिजनों ने बताया कि बेटी काफी समय से भारतीय सेवा में नौकरी पाने की तैयारी कर रही थी. लम्बाई कम होने के कारण उसका चयन नहीं हो पाया. जिससे आहत होकर लड़की ने खुदकुशी की.

जिले के रेहड़ थाना क्षेत्र के गांव हरकिशनपुर कि रहने वाली अंशिका (21) ने कमरे में छत में लगे कुंडे से लटकर फांसी लगा ली. अंशिका के परिजन किसी काम से बाहर गए हुए थे और इसी दौरान उसने यह कदम उठाया. बिजली के मीटर रीडर कर्मचारी के आने पर इस घटना का खुलासा हुआ. तुरंत ही फोन कर अंशिका के माता-पिता को घटना कि सूचना दी गई. बेटी की मौत से घर में मातम पसर गया.

मध्यप्रदेश के एक छोटे शहर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्रा ने अपने छोटे कद से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 16 वर्षीय छात्रा के साथ घटी, जो अपने शारीरिक रूप से छोटे कद को लेकर मानसिक तनाव और सामाजिक दबाव का सामना कर रही थी।

परिवार और दोस्तों के अनुसार, छात्रा ने अपनी पढ़ाई और व्यक्तिगत समस्याओं के साथ-साथ समाज की उपेक्षा और ताने का भी सामना किया। स्कूल में अन्य छात्रों द्वारा उसे बार-बार छोटे कद के कारण ताने मारे जाते थे, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई थी। इस मानसिक तनाव के चलते छात्रा ने एक दुखद कदम उठाया और अपने घर में आत्महत्या कर ली।

परिवार के सदस्य और पड़ोसी इस घटना से गहरे सदमे में हैं। छात्रा के माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी बेटी काफी होशियार और गुणी थी, लेकिन उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाली बातें उसे मानसिक रूप से प्रभावित कर गईं। उन्होंने समाज से अपील की है कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें और उन्हें सही समर्थन प्रदान करें।

स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए स्कूल और परिवार से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, पुलिस ने स्कूल प्रबंधन को इस मामले में कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

यह घटना एक गंभीर सामाजिक समस्या की ओर इशारा करती है, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, आत्मसम्मान और सामाजिक दबाव के प्रभाव को समझने की आवश्यकता है। छात्रा की आत्महत्या ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक सहयोग का महत्व कितना अधिक है। स्कूलों और समाज को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है ताकि किसी भी युवा को इस प्रकार के मानसिक तनाव से गुजरना न पड़े।

छात्रा के परिवार ने उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और आने वाले दिनों में वे समाज को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक करने का प्रयास करेंगे।