रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए 3 अगस्त को रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र के दिन बच्चों के प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए यह आयोजन किया जाता है।
इस आयोग्यता में, स्वर्णप्राशन एक महत्वपूर्ण एक्टिविटी है जो बच्चों के रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करती है और उन्हें विभिन्न बीमारियों से बचाती है। इसके अलावा, स्वर्णप्राशन कारगर तरीके से बच्चों को गरीब आहार से होने वाली कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है।
इस कार्यक्रम में, बच्चों को स्वर्णप्राशन दिया जाता है, जो एक मिश्रण होता है जिसमें सोने और सुवर्णाभ में कुछ सामग्रियाँ शामिल होती हैं। यह आयुर्वेदिक प्रणाली बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
इस स्वर्णप्राशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को मजबूत करना है। यह कदम किसी भी अत्यावश्यक टोकन या दवा की आवश्यकता को कम कर सकता है और रोगों से बचाव में मदद कर सकता है।
इसलिए, आने वाले 3 अगस्त को रायपुर में स्वर्णप्राशन कार्यक्रम में भाग लेने से बच्चों की स्वास्थ्य को और भी मजबूती मिलेगी। यह एक महत्वपूर्ण इवेंट है जो बच्चों के भविष्य की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।