Nageshwar Shiv Temple Surguja

Nageshwar Shiv Temple Surguja नागेश्वर शिव मंदिर, सरगुजा, छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो अपनी ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्ता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर अम्बिकापुर से लगभग 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और भगवानपुर गाँव में स्थित है। यहाँ भगवान शिव की एक अद्वितीय प्राकृतिक रूप में पूजा की जाती है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

मंदिर का इतिहास

नागेश्वर शिव मंदिर का इतिहास 255 साल पुराना है। यहाँ स्थापित चतुर्भुजी नागदेव की प्रतिमा मुरुम से बनी हुई है, जो इस स्थान की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है। मंदिर में नाग पंचमी जैसे त्योहारों पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ आते हैं। इस अवसर पर भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर में देखने को मिलती है, जो इस स्थान की लोकप्रियता को प्रमाणित करती है[1][4].

धार्मिक महत्व

नागेश्वर शिव मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं है, बल्कि यह भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र भी है। यहाँ भगवान शिव की आराधना के साथ-साथ नागदेव की पूजा भी की जाती है, जो भारतीय पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। भक्त यहाँ आकर अपने मनोकामनाएँ पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं।

स्थान और पहुँच

मंदिर तक पहुँचने के लिए, श्रद्धालुओं को पहले अम्बिकापुर से कुसमी तक यात्रा करनी होती है, जो लगभग 95 किलोमीटर दूर है। इसके बाद, भगवानपुर गाँव में मंदिर की ओर 10 किलोमीटर की यात्रा करनी होती है। यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है, जो यहाँ आने वाले भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।

निष्कर्ष

नागेश्वर शिव मंदिर, सरगुजा, न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ की शांति और आध्यात्मिकता भक्तों को आकर्षित करती है, और यह स्थान हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं का स्वागत करता है।

नागेश्वर शिव मंदिर