joharcg.com पीलीभीत में एलएलबी की छात्रा पर दो अज्ञात युवकों ने एसिड अटैक कर दिया. इस घटना में छात्रा के साथी वकील भी घायल हो गए. घटना के बाद दोनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है. वहीं घटना से नाराज अधिवक्ताओं ने कचहरी जाकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया सुरक्षा की मांग उठाई. पीड़ित एलएलबी की छात्रा ने बताया कि वह थर्ड ईयर में पढ़ रही है. वकालत का कामकाज सीखने के लिए वह अपने गांव के ही एक अधिवक्ता के साथ रोज की तरह मंगलवार को पीलीभीत कचहरी आई थी.
काम खत्म करके साथी वकील के साथ बाइक से थाना मांधोटांडा क्षेत्र स्थित अपने गांव वापस जा रही थी. छात्रा के अनुसार रास्ते में माला रेंज के जंगल मार्ग पर मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात युवकों ने उन पर एसिड फेंक दिया. तेजाब के छींटे से मेरा चेहरा जलने लगा. इस कारण मैं हमलावरों को नहीं देख पाई. मेरी किसी से कोई भी दुश्मनी नहीं है.हाल ही में एक बेहद दुखद घटना में, एक छात्रा पर एसिड अटैक किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई है और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना उस समय घटी जब छात्रा अपने स्कूल से घर लौट रही थी, और हमलावर ने उसे सड़क पर ही निशाना बनाया।
हमले के बाद, पीड़िता को गंभीर स्थिति में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता को चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर एसिड के गंभीर घाव हुए हैं, और उसकी हालत अभी भी स्थिर नहीं है।
स्थानीय पुलिस ने घटना की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की है और हमलावर की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे की वजह का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है और सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावर की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
छात्रा के परिवार ने आरोप लगाया है कि यह हमला जानबूझकर किया गया है और उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। परिवार और स्थानीय लोगों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है और सुरक्षा की मांग की है।
यह घटना एक बार फिर एसिड अटैक के बढ़ते मामलों पर चिंता जताती है और समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने पूरे इलाके में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने भी पीड़िता और उसके परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है और मामले की जांच में पूरी ईमानदारी से काम करने का वादा किया है।