भारी बारिश चेतावनी प्रदेश

joharcg.com छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर दुर्ग और बस्तर संभागों में बीते 3 दिनों से लगातार अच्छी बारिश हो रही है. सरगुजा संभाग में अब तक सबसे कम बारिश हुई है. लेकिन अब सरगुजा संभाग में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने आज प्रदेश के सरगुजा संभाग के लगभग सभी जिलों में हैवी रैन का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं प्रदेश के 15 जिलों में भारी बारिश का यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

मौसम विभाग ने प्रदेश के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ति और जांजगीर जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है. सरगुजा, जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, और कोरबा जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं सूरजपुर और बलरामपुर जिलों के एक दो स्थानों पर हेवी रेन का रेड अलर्ट जारी किया गया है.

प्रदेश में मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके तहत राज्य के 17 जिलों में यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट घोषित किए गए हैं। यह चेतावनी संभावित बाढ़, जलभराव और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए पहले से ही सतर्क रहने के लिए जारी की गई है।

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी 48 घंटों में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछ जिलों में अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की संभावना है। इस संबंध में विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें।

रेड अलर्ट उन जिलों के लिए जारी किया गया है जहां भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है और इससे जनजीवन पर गंभीर असर पड़ सकता है। इन जिलों में प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं और बचाव दलों को तैनात कर दिया गया है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि यहां भी भारी बारिश की संभावना है। यलो अलर्ट वाले जिलों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है, जहां लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

स्थानीय प्रशासन ने भी इस चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए आपदा प्रबंधन के तहत तैयारी की है। विभिन्न जिलों में आपातकालीन कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और आपदा के समय आवश्यक वस्तुओं का संग्रहण कर लें।

इसके अलावा, कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करें और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। जलभराव के कारण फसल नुकसान की संभावना को देखते हुए, विभाग ने किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी है।

इस समय प्रदेश में सभी नागरिकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। इस चेतावनी के मद्देनजर, नागरिकों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए सही जानकारी प्राप्त करने और अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है।