joharcg.com भोपाल में सिंधी काउंसिल की महिला विंग द्वारा एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया, जिसमें शीतला माता और जल देवता की पूजा की गई। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि पारंपरिक सिंधी संस्कृति और रीतियों को संजोने का एक प्रयास भी था।

सिंधी समाज में शीतला माता और जल देवता की पूजा का खास महत्व है। शीतला माता को रोगों से मुक्ति दिलाने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है, जबकि जल देवता को जीवन देने वाले तत्व के रूप में पूजा जाता है। इस पूजा का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य समाज के कल्याण और सुख-समृद्धि की कामना करना था।

इस अनुष्ठान के दौरान, सिंधी काउंसिल की महिला सदस्यों ने पारंपरिक तरीके से पूजा की सभी रस्में निभाईं। शीतला माता की पूजा में शीतलता और ठंडक का खास महत्व होता है, इसलिए पूजा के बाद ठंडा भोजन किया गया। इस भोजन में कच्चे आम की चटनी, ठंडी रोटियां, और दही का खास स्थान होता है। यह भोजन न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करता है, बल्कि इसे ग्रहण करने से मन और आत्मा को भी शांति मिलती है।

पूजा के बाद महिलाओं ने सामूहिक रूप से ठंडा भोजन ग्रहण किया और इस अवसर पर समाज की महिलाओं के बीच एकता और भाईचारे का संदेश भी दिया। इस प्रकार के आयोजन, समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने और पारंपरिक मूल्यों को सहेजने में अहम भूमिका निभाते हैं।

सिंधी काउंसिल की महिला विंग के इस आयोजन ने समाज के भीतर धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं के प्रति जागरूकता बढ़ाई है। साथ ही, इसने यह भी साबित किया है कि आधुनिक समय में भी पारंपरिक रीतियों और त्योहारों का महत्व बना हुआ है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने के लिए हमें इन रीतियों का पालन करना चाहिए।

इस अनुष्ठान में महिलाओं ने पूजा के साथ-साथ विभिन्न धार्मिक गीत भी गाए, जिससे माहौल और भी पावन हो गया। इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को बल देते हैं, बल्कि समाज के भीतर एकजुटता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करते हैं।

सिंधी काउंसिल महिला विंग की टीम ने हाल ही में दिल्ली में एक अद्वितीय और मनोरंजक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में टीम ने शीतला माता और जल देवता की पूजा की और ठंडे भोजन का आनंद उठाया।

शीतला माता की पूजा एक प्राचीन परंपरा है जिसे सिंधी समाज में बहुत महत्व दिया जाता है। वे माता हैं जिन्होंने मानवता को जल देकर रक्षा की है। इस समर्पित कार्यक्रम में महिला टीम ने भक्तानुग्रह के साथ शीतला माता की पूजा की और उनके आशीर्वाद का लाभ उठाया।

इसके साथ ही, जल देवता की पूजा करने के लिए भी दो टीम ने मिलकर विशेष रूप से नींबू पानी और अन्य शीतल वस्त्रों की प्राप्ति की। जल देवता की पूजा करने से वातावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ मनोरंजन का भी अवसर मिलता है।

इस अनूठे और मनोरंजक कार्यक्रम में टीम ने एक साथ बैठकर ठंडे भोजन का आनंद लिया। यह कार्यक्रम मनोरंजक था और इसने सिंधी समाज में एक अच्छी पहचान छोड़ी।

एक खास घटना के बाद, सिंधी काउंसिल महिला विंग की टीम ने इस कार्यक्रम को साकार किया और सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस समयगत समारोह में सभी शामिल होने वाले लोगों को ने एक यादगार मौका दिया।

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