सिम्स अस्पताल

joharcg.com सिम्स अस्पताल, जो अपनी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जाता है, अब मरीजों को और भी बेहतर इलाज प्रदान करने के लिए अपनी सुविधाओं में विस्तार करने जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने हाल ही में घोषणा की कि आने वाले महीनों में अस्पताल में नए उपकरणों और सेवाओं की शुरुआत की जाएगी। यह कदम अस्पताल के इलाज की गुणवत्ता को बढ़ाने और अधिक मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

अस्पताल में किए जाने वाले सुधारों में नई अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों और उपकरणों का समावेश होगा। इस विस्तार के तहत, अस्पताल में नई लैब्स, ऑपरेशन थिएटर और उपचार के लिए नवीनतम मशीनरी का प्रयोग किया जाएगा। साथ ही, अस्पताल के विभिन्न विभागों जैसे कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और ऑर्थोपेडिक्स में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी की जाएगी। इससे मरीजों को समय पर और सटीक इलाज मिल सकेगा।

इसके अलावा, अस्पताल में बेहतर मरीज सुविधा के लिए आंतरिक इंफ्रास्ट्रक्चर को भी सुधारने की योजना है। नए वार्ड्स और आरामदायक बेड्स की व्यवस्था की जाएगी ताकि मरीजों को बेहतर आराम मिल सके। साथ ही, डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स और टेलीमेडिसिन सेवाओं के जरिए मरीजों को उनके घर बैठे चिकित्सा परामर्श की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

सिम्स अस्पताल के निदेशक डॉ. अजय शर्मा ने बताया, “हमारा उद्देश्य है कि हम मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करें। नए सुधारों से अस्पताल की सेवाएं और बेहतर होंगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर मरीज को त्वरित और प्रभावी इलाज मिले।”

यह विकास अस्पताल को क्षेत्र में और भी प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगा, साथ ही मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा। आने वाले समय में सिम्स अस्पताल को लेकर मरीजों की उम्मीदें और भी बढ़ेंगी, और अस्पताल का स्वास्थ्य क्षेत्र में नाम और प्रतिष्ठा और मजबूत होगी।

बिलासपुर, 10 जनवरी 2025/संभागायुक्त डॉ. महादेव कावरे की अध्यक्षता में आज यहां कमिश्नर कार्यालय में छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) की स्वशासी समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में सिम्स अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने संबंधी अनेक प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। इस अवसर पर सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति, डिप्टी कमिश्नर डॉ.

स्मृति तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी, सिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह, चिकित्सा अधीक्षक सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सालय डॉ. बी.पी. सिंह, रेडियोलॉजी विभाग की प्राध्यापक डॉ. अर्चना सिंह, प्राध्यापक पीसीएम डॉ. हेमलता ठाकुर, विभागाध्यक्ष दंत रोग डॉ. बी.पी. कश्यप, डॉ. मनोज गुप्ता सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

बैठक में संस्थान की शैक्षणिक एवं चिकित्सकीय व्यवस्थागत मुद्दों पर चर्चा कर सुविधाएं विकसित करने के लिए अनेक प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। अनुमोदित प्रस्ताव के अनुसार संस्थान में रेडियोलॉजिस्ट की अनुपलब्धता को ध्यान में रखते हुए रेडियोडायग्नोसिस विभाग को रायपुर चिकित्सा महाविद्यालय से टेलीरेडियोलॉजी के माध्यम से रिपोर्टिग कार्य प्रारंभ करने, सुपर स्पेशलिटी सिम्स कोनी में कार्यालयीन उपकरण, फर्नीचर और स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के स्मार्ट क्लास के लिए 14.92 लाख रूपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई।

वहीं सिम्स अस्पताल की विभिन्न शाखाओं हेतु कार्यालयीन फर्नीचर और उपकरण, भर्ती मरीज जो इलाज के दौरान आयुष्मान पंजीयन कराने काउंटर में पहुँचने में असक्षम हो उन तक आयुष्मान मित्र स्वयं पहुंचकर मरीज का पंजीयन कर सके इसके लिए लैपटॉप क्रय करने कुल प्रस्तावित राशि 23.85 लाख रूपए की वित्तीय स्वीकृति का अनुमोदन किया गया।  

Kedar Nath Kashyap Archives – JoharCG