Joharcg.com शनिवार को जिले की प्रभारी सचिव डॉ0 प्रियंका शुक्ला द्वारा उपार्जन केन्द्र बहीगांव एवं फरसगांव संग्रहण केन्द्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने बहीगांव उपार्जन केन्द्र के निरीक्षण करते हुए पंजीकृत किसान एवं तीन दिन में किसानों द्वारा धान का विक्रय की जानकारी लेते हुए जारी टोकनों की स्थिति का अवलोकन किया। उन्होंने केन्द्र प्रभारी से उपार्जन केन्द्र में बारदानों की उपलब्धता के संबंध में चर्चा की साथ ही बारदानों में लगाये जाने वाले समितियों के मार्फा को लगवाकर भी चेक किया। इस अवसर पर आस-पास के किसानों से भी चर्चा कर व्यवस्थाओं के संबंध में पूछा।
इसके पश्चात् उन्होंने फरसगांव उपार्जन केन्द्र का भी निरीक्षण किया। जहां उपार्जन केन्द्र में स्टेकिंग प्लान एवं ड्रेनेज व्यवस्था के साथ-साथ केप-कवर के संबंध में केन्द्र प्रभारी से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। संग्रहण केन्द्र में सुव्यवस्थित धान उपार्जन और उठान हेतु समिति प्रभारी एवं केन्द्र प्रभारी से जानकारी लेते हुए प्रबंधन संबंधी निर्देश दिए। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर पवन कुमार प्रेमी, एसडीएम केशकाल डीडी मण्डावी, जिला खाद्य अधिकारी दिनेश्वर प्रसाद, डीएमओ रविकांत नेताम, सहायक खाद्य अधिकारी नवीनचंद श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रभारी सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला ने हाल ही में बहीगांव और फरसगांव के उपार्जन केंद्रों का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्रों की कार्यप्रणाली, किसानों की समस्याओं, और उपार्जन प्रक्रिया की स्थितियों का जायजा लिया।
डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बहीगांव और फरसगांव उपार्जन केंद्रों पर जाकर विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्रों पर उपस्थित सुविधाओं, गेंहू और धान की गुणवत्ता, तौल की सटीकता और किसानों को मिलने वाली सेवाओं की जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. शुक्ला ने किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं और चिंताओं को समझने की कोशिश की। कई किसानों ने उन्हें तौल की सटीकता, भुगतान में देरी और अन्य प्रक्रियाओं से जुड़ी दिक्कतों के बारे में बताया। इन समस्याओं पर ध्यान देते हुए, डॉ. शुक्ला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों की शिकायतों का तत्काल समाधान करें और उपार्जन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुचारू बनाएं।
निरीक्षण के उपरांत, डॉ. शुक्ला ने केंद्रों के प्रबंधकों को उपार्जन प्रक्रिया में सुधार के लिए कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को केंद्र पर आने वाले किसी भी समस्या का सामना नहीं करना चाहिए और सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने कर्मचारियों को किसानों के साथ सद्भावना और सहानुभूति के साथ पेश आने की सलाह दी।
डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेती है और उनके समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और उपार्जन केंद्रों की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाया जाएगा।
प्रभारी सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार उपार्जन केंद्रों की कार्यप्रणाली को सुधारने और किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए पूरी तरह से सजग है। इस तरह के निरीक्षण और सुधारात्मक कदमों से किसानों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा और वे अपनी उपज को बिना किसी कठिनाई के केंद्रों पर जमा कर सकेंगे।