joharcg.com छत्तीसगढ़ के लिए एक और ऐतिहासिक दिन आने वाला है, क्योंकि राज्य की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 15 सितंबर से दुर्ग-विशाखापत्तनम मार्ग पर दौड़ने के लिए तैयार है। इस नई वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों को एक नई और अत्याधुनिक रेल यात्रा का अनुभव मिलेगा, बल्कि यह दुर्ग, रायपुर और विशाखापत्तनम जैसे प्रमुख शहरों को भी आपस में जोड़कर क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की सबसे आधुनिक और तेज गति वाली ट्रेनों में से एक है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह ट्रेन, आधुनिक सुविधाओं और उन्नत तकनीक से सुसज्जित है। इसका उद्देश्य यात्रियों को एक तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करना है।
छत्तीसगढ़ की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस पहले ही हावड़ा-रायपुर मार्ग पर सफलतापूर्वक चल रही है, और अब दूसरी वंदे भारत ट्रेन दुर्ग से विशाखापत्तनम के बीच चलेगी, जिससे इन दोनों महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा का समय घटेगा और सुविधाओं में वृद्धि होगी।
दुर्ग और विशाखापत्तनम दोनों ही महत्वपूर्ण शहर हैं। दुर्ग छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है, जबकि विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश का एक प्रमुख बंदरगाह और पर्यटन स्थल है। वंदे भारत एक्सप्रेस के इस मार्ग पर शुरू होने से व्यापारिक गतिविधियाँ तेज होंगी, क्योंकि माल ढुलाई और यात्री परिवहन दोनों में सुधार आएगा। इसके साथ ही, विशाखापत्तनम के समुद्री तटों और पर्यटन स्थलों तक यात्रा भी आसान और अधिक आरामदायक हो जाएगी, जिससे पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी तेज गति के कारण यात्रा का समय काफी कम कर देती है। यह ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिनमें वाई-फाई, स्वचालित दरवाजे, आरामदायक सीटें, और एयर-कंडीशनिंग शामिल हैं। इसके अलावा, इस ट्रेन में सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं, जिससे यह ट्रेन यात्रा और अधिक सुरक्षित बनती है।
दुर्ग-विशाखापत्तनम के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस से यात्रियों को एक उच्च-स्तरीय यात्रा अनुभव मिलेगा, जो पहले की पारंपरिक ट्रेनों से कहीं अधिक आरामदायक होगा। इसके अलावा, ट्रेन का संचालन और रखरखाव भी उच्च मानकों के साथ किया जाएगा, ताकि यात्री सुरक्षित और समय पर अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
छत्तीसगढ़ की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक और उदाहरण है। भारतीय रेलवे ने तेजी से उभरती इस ट्रेन श्रृंखला के माध्यम से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की हैं, बल्कि भारतीय निर्माण क्षमताओं को भी वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित किया है।
राज्य सरकार और रेलवे मंत्रालय ने इस नई ट्रेन की शुरुआत को राज्य के आर्थिक विकास और परिवहन में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माना है। इससे न केवल यात्रा के अनुभव में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच रेल यात्रा को एक नया आयाम देगी। इसके माध्यम से न केवल यात्रियों को बेहतरीन यात्रा सुविधाएँ मिलेंगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा। आने वाले समय में और भी वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न मार्गों पर शुरू होने की संभावना है, जिससे छत्तीसगढ़ और भारत के अन्य राज्यों के बीच यात्रा और अधिक सुगम हो जाएगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस 15 सितंबर से दुर्ग से विशाखापत्तनम के लिए दौड़ेगी। रेलवे मंडल ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस दिसंबर 2022 से बिलासपुर से नागपुर के बीच शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चल रही है। डीआरएम संजीव कुमार ने पिछले दिनों दुर्ग से विशाखापत्तनम वंदेभारत एक्सप्रेस के संचालन की दृष्टि से दुर्ग स्टेशन में बुनियादी तकनीकी व्यवस्था का मुआयना कर दिशा-निर्देश दिए थे।
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन का रैक 10 या 11 को दुर्ग स्टेशन पहुंच सकता है। वंदे भारत ट्रेन चेयर कार होगी, स्लीपर नहीं। लोको पायलट, टीटीई, कोच अटेंडर रिजर्व किए जा रहे हैं। रायपुर से विशाखापत्तनम की दूरी 300 किलोमीटर है, जो इसके जरिए केवल पांच घंटे में पूरी होगी। नई वंदेभारत ट्रेन रायपुर की जगह दुर्ग से चलेगी। यह फैसला इसलिए हुआ है, क्योंकि यहां पर कोचिंग यार्ड है।
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वंदेभारत ट्रेन दुर्ग से रायपुर, महासमुंद, खरियार रोड, कांटाभांजी, टिटलागढ़, रायगढ़ा, पार्वतीपुरम और विजयानगरम होते हुए विशाखापत्तनम पहुंचेगी। हालांकि स्टापेज किन-किन स्टेशनों पर और किराया क्या होगा, इसकी अधिकृत जानकारी फिलहाल रेलवे की ओर से जारी नहीं की गई है।