joharcg.com राजनांदगाव। एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार को खैरागढ़ के एसडीओ सौरभ ताम्रकार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एसडीओ ने बिल भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग की थी। एसीबी की टीम ने पीडित सरपंच की शिकायत पर आज रंगे हाथ एसडीओ को रिश्वत लेते पकड़ा। मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत मोहगांव के सरपंच जगन्नाथ वर्मा ने नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के तहत् गौठान में लघु वनोपज बिल्डिंग, कचरा शेड बिल्डिंग, कुटकुट शेड और महिला शेड निर्माण कार्य के बिल भुगतान के लिए प्रभारी एसडीओ सौरम ताम्रकार के कार्यालय में बिल प्रस्तुत किया था।
बिल के भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग बिल के भुगतान के एवज में आरोपी द्वारा प्रार्थी से 30,000 रूपये रिश्वत की मांग की थी। लेकिन प्रार्थी रिश्वत नहीं देता चाहता था, जिसकी शिकायत उसने एसीबी ने की थी। शिकायत सही पाये जाने पर आज ट्रेप आयोजित किया गया। जिसमें प्रार्थी को आरोपी सौरभ ताम्रकार कार्यालय में भेजा गया। जहां उसे 30,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी सौरभ ताम्रकार को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय, भ्र.नि.अ. राजनांदगांव में पेश जायेगा। वहीं आरोपी के विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में बिल भुगतान के लिए रिश्वत मांगने के मामले में एक बड़ी कार्रवाई की गई है। एसडीओ (सहायक अभियंता) को 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना स्थानीय प्रशासन और आम जनता के बीच भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश के रूप में देखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, एसडीओ श्री कुमार ने एक स्थानीय ठेकेदार से बिल भुगतान के बदले में 30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। ठेकेदार ने एसडीओ की इस मांग को लेकर लोकपाल की सहायता ली और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। लोकपाल ने इस शिकायत की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई।
एसडीओ की रिश्वत मांगने की शिकायत के बाद, एक ट्रैप टीम ने योजना बनाकर एसडीओ को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। टीम ने एक नकली नोटों की गड्डी को रिश्वत के रूप में प्रस्तुत किया और एसडीओ को रंगे हाथ पकड़ लिया। एसडीओ के कब्जे से रिश्वत की रकम बरामद की गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद, एसडीओ को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने इस घटना पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि इस प्रकार के भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और सभी सरकारी अधिकारियों को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने के निर्देश दिए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और ईमानदारी की आवश्यकता को उजागर किया है। जनता और अन्य ठेकेदारों ने इस कार्रवाई की सराहना की है और यह उम्मीद जताई है कि भविष्य में इस तरह के भ्रष्टाचार से सख्ती से निपटा जाएगा।
एसडीओ की गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन का रुख पूरी तरह से गंभीर है और वे किसी भी भ्रष्टाचार के तत्व को बख्शने के लिए तैयार नहीं हैं। यह घटना सरकारी अधिकारियों और आम जनता के बीच विश्वास को बहाल करने में एक महत्वपूर्ण कदम है और भविष्य में भ्रष्टाचार की प्रवृत्तियों को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। Ramvichar Netam Archives – JoharCG