joharcg.com मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई महतारी वंदन योजना ने सास-बहू के बीच रिश्तों को नया मोड़ दिया है। इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता और रोजगार अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे वे अपनी जीवनशैली में सुधार ला सकें। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ बच्चों की शिक्षा में देखने को मिल रहा है। सास-बहू को मिलने वाली मदद से न केवल उनका घरेलू जीवन बेहतर हो रहा है, बल्कि उनकी संतानें भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर पा रही हैं।
महतारी वंदन योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत, महिलाओं को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे रोजगार से जुड़ सकती हैं। साथ ही, यह योजना महिलाओं को बच्चों की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता भी देती है। इसके परिणामस्वरूप, कई परिवारों में बच्चों की पढ़ाई के खर्चों को पूरा करने में मदद मिल रही है।
सास-बहू के रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं
सास-बहू के रिश्ते इस योजना से और भी मजबूत हुए हैं। अब दोनों पीढ़ियां एक-दूसरे के साथ मिलकर जीवन की मुश्किलों का सामना कर रही हैं। योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय मदद और सशक्तिकरण से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है, जो उन्हें अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए प्रेरित कर रहा है।
गांवों और छोटे शहरों में इस योजना के प्रभाव को देखा जा सकता है, जहाँ महिलाएं न केवल परिवार की देखभाल करती हैं, बल्कि बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा के मौके भी प्रदान कर रही हैं। महतारी वंदन योजना के कारण समाज में बदलाव आ रहा है, और यह योजना एक उदाहरण बन रही है कि कैसे सरकार की योजनाओं से सास-बहू समेत पूरे समाज का जीवन बेहतर बन सकता है।
महतारी वंदन योजना का प्रभाव जल्द ही पूरे राज्य में महसूस होने की उम्मीद है, और उम्मीद की जा रही है कि यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
महतारी वंदन योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा
रायपुर 30 नवंबर 2024। महतारी वंदन योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में आर्थिक रूप से स्वालंबी बनाने के लिए यह योजना एक कारगर कदम सिद्ध हो रही है। प्रदेश के महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इस योजना की शुरूवात की गयी है, इस योजना के आने से महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया है, इसके अंतर्गत महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि प्रदान की जाती है। जिसे महिलाएं अपने आवश्यकतानुसार दैनिक जीवन में होने वाले खर्च में उपयोग कर रही है एवं उनके जीवन निर्वाह में यह योजना अत्यधिक लाभदायक सिद्ध हो रही है।
रायपुर जिले के सेरीखेड़ी निवासी सुनीता टंडन योजना का लाभ लेकर अपना और बच्चों का भविष्य संवार रही है। श्रीमती टंडन बताती हैं कि जो अपने बच्चों के साथ बड़ी ही मुश्किल से आर्थिक परेशानी के साथ जीवन-यापन कर रही थी। उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में बहुत परेशानी आ रही थी, लेकिन योजना के तहत राशि मिलने से बहुत ही कारगर साबित हो रहा है। श्रीमती टंडन बतातीं है कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए काॅपी-किताब खरीदने में राशि खर्च हो जाते है। इसके अलावा अपनी छोटी-मोटी शौक को भी पूरा कर पाने में यह राशि मदद मिल रही है।
इसके अलावा सुनीता की सास रेशन टंडन को भी योजना के तहत प्रतिमाह राशि मिल रही है। वह राशि को छोटे-छोटे सामान खरीदने में भी खर्च कर पा रही है। इस योजना के लिए दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया। दोनों कहती है कि मोदी की गारंटी थी कि महिलाओं को राशि दी जाएगी, उसके तहत प्रतिमाह खाते में राशि भी मिल रही है। इससे हमारा जीवन और भी बेहतर होगा।