Joharcg.com खाद्य और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत की पहल पर सरगुजा जिले के विभिन्न गावों में पक्की सड़क निर्माण के लिए नौ कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इससे जिले के सीतापुर-चिरंगा, घण्टाडही-गोविदपुर पहुंच मार्ग व पुल-पुलिया का निर्माण किया जाएगा। इसकी लागत लगभग 140 करोड़ 80 लाख रूपये है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के बस्तर सरगुजा सहित विभिन्न जिलों में नवीन सड़कें तथा उच्चस्तरीय पुल-पुलियों के निर्माण व सड़क उन्नयन के लिए रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट कार्पाेरेशन लिमिटेड संचालक मंडल की बैठक में सरगुजा जिले में 12 कार्यों के लिए प्रशासकीय अनुमोदन प्रदान किया गया था। वर्तमान में 11 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की कर दी गई है। इनमें 9 सड़कों के निर्माण, उन्नयन व नवीनीकरण शामिल है। इन कार्यों की स्वीकृति के लिए मंत्री भगत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।
जिले के सीतापुर-चिरंगा, घण्टाडही-गोविदपुर मार्ग में पुल पुलिया व सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत कार्यों में केरजू से एन.एच-43 पहुंच मार्ग, पेंट से मैनपाट तक पहुंच मार्ग एवं पुल-पुलिया निर्माण कार्य, सीतापुर चलता से हरांमार तक सड़क निर्माण पुल-पुलिया निर्माण कार्य, सीतापुर-बिसरपानी से सुपलगा, सोनतराई व्हाया भूसू गेरसा मार्ग का उन्नयन एवं नवीनीकरण कार्य, दरिमा से मैनपाट, अंबिकापुरदृदरिमा-नवानगर मार्ग (हवाई पट्टी एवं ब्लॉक मुख्यालय तक मुख्य मार्ग) निर्माण उन्नयन व नवीनीकरण कार्य शामिल है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। जिला प्रशासन ने विभिन्न गांवों में 140.80 करोड़ रुपये की लागत से 9 नई सड़कों के निर्माण की परियोजना की घोषणा की है। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवहन को सुधारना और स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करना है।
- परियोजना का महत्व:
सरगुजा जिले के विभिन्न गांवों में सड़कों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। नई सड़कों के निर्माण से ग्रामीण परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, जिससे लोगों को यात्रा और वस्तुओं के परिवहन में आसानी होगी। - लागत और वित्तपोषण:
इस परियोजना के लिए कुल 140.80 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है। यह राशि सड़क निर्माण के लिए आवश्यक सभी सामग्रियों, श्रम और अन्य खर्चों को कवर करेगी। राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से इस परियोजना को वित्तपोषित किया जाएगा। - सड़क मार्गों की विस्तृत जानकारी:
परियोजना के तहत निर्मित होने वाली सड़कों की योजना और मार्गों की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। इनमें से कुछ सड़कें प्रमुख गांवों और शहरों को जोड़ेंगी, जबकि अन्य स्थानीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगी। - स्थानीय विकास और रोजगार:
इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। सड़क निर्माण कार्यों के दौरान स्थानीय श्रमिकों को रोजगार मिलेगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी समर्थन मिलेगा। इसके अलावा, नई सड़कों के बन जाने से स्थानीय व्यापार और कृषि उत्पादों की बिक्री में वृद्धि होगी। - समय सीमा और कार्यान्वयन:
सड़क निर्माण परियोजना की समय सीमा निर्धारित की गई है, और निर्माण कार्यों को तय समय में पूरा करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे। निर्माण के दौरान किसी भी प्रकार की बाधाओं से बचने के लिए विशेष प्रबंधन और निगरानी की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस परियोजना की घोषणा करते हुए कहा, “सरगुजा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण हमारे विकासात्मक दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह परियोजना न केवल ग्रामीण परिवहन को बेहतर बनाएगी बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान करेगी।”
- सड़क नेटवर्क का विस्तार:
भविष्य में भी सड़क नेटवर्क के विस्तार और सुधार के लिए नई योजनाओं पर काम किया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को तेजी से गति मिलेगी और स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी। - सार्वजनिक सुरक्षा और रखरखाव:
नई सड़कों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। इसके साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सड़क संकेत और सुरक्षा उपायों की व्यवस्था की जाएगी। - स्थानीय इनपुट और सुझाव:
स्थानीय नागरिकों की राय और सुझावों को ध्यान में रखते हुए सड़कों के निर्माण और रखरखाव के कार्य किए जाएंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि निर्माण कार्य स्थानीय जरूरतों और अपेक्षाओं के अनुसार किया जाए।
सरगुजा जिले में 140.80 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 9 नई सड़कों की परियोजना ग्रामीण विकास और स्थानीय समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करेगी बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी प्रोत्साहित करेगी।