joharcg.com रायपुर। छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्या मंडलम (संस्कृत बोर्ड) की मेरिट लिस्ट में ही भारी गड़बड़ी कर दी गई। एक स्टूडेंट को मेरिट लिस्ट में तीसरे नंबर पर रखा गया, लेकिन पड़ताल हुई तो पता चला कि उसने परीक्षा ही नहीं दी थी। इस तरह की कुछ और गड़बड़ियां सामने आमने के बाद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कड़ी कार्रवाई की है। संस्कृत बोर्ड की सचिव को हटा दिया गया है, वहीं परीक्षा प्रभारी असिस्टेंट डायरेक्टर सस्पेंड कर दिए गए। साथ ही, क्लर्क लेवल के दो कर्मचारियों को संस्कृत बोर्ड से सीधे ही बर्खास्त कर दिया गया है।
संस्कृत बोर्ड की मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी का खुलासा दो दिन पहले हुआ था। प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने संस्कृत विद्या मंडलम की सचिव अलका दानी की प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए उनको मूल विभाग में वापस भेज दिया है। इसी तरह, परीक्षा प्रभारी रहे असिस्टेंट डायरेक्टर लक्ष्मण प्रसाद साहू को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय बस्तर (जगदलपुर) होगा। विद्या मंडलम के स्टेनो, डाटा एंट्री ऑपरेटर संतोष ठाकुर एवं लिपिक परमेश्वर दयाल चौबे को उनके पदों से बर्खास्त कर दिया गया है।
उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई, 7 दिन में मांगी रिपोर्टइस कार्रवाई के अलावा शिक्षा मंत्री ने संस्कृत विद्यामंडल की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है। यह कमेटी सभी मामलों की जांच कर एक सप्ताह के भीतर अपनी सौंपेगी। इस रिपोर्ट के दायरे में जितने भी अधिकारी-कर्मचारियों को दोषी माना जाएगा, उनके खिलाफ भी ऐसी ही कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं।