joharcg.com रतन टाटा, जिन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान और मानवीय गुणों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक भावुक संदेश दिया है। सीएम साय ने कहा, “रतन टाटा जी सदैव हमारी यादों में जीवित रहेंगे।” उनके इस संदेश ने टाटा के प्रति जनता के मन में उनके प्रति श्रद्धा और गहरा कर दिया है।

रतन टाटा का नाम भारतीय उद्योग जगत में बेहद सम्मान के साथ लिया जाता है। वे टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और उनकी दूरदर्शिता ने टाटा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित कंपनी बना दिया। उनके नेतृत्व में टाटा ने कई क्षेत्रों में बड़े बदलाव किए, चाहे वह स्टील इंडस्ट्री हो, ऑटोमोबाइल या फिर आईटी सेक्टर। रतन टाटा का मानना था कि व्यवसाय केवल मुनाफे के लिए नहीं होते, बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी कार्य करने चाहिए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रतन टाटा की अद्वितीय सोच और मानवता के प्रति उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने अपने संदेश में कहा, “रतन टाटा जी ने जो योगदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। उनकी सादगी, ईमानदारी और समाज के प्रति उनकी सेवा भाव सदैव हमें प्रेरणा देता रहेगा। वे अपनी उपलब्धियों के कारण नहीं, बल्कि अपने विनम्र और उदार व्यक्तित्व के कारण हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।”

सीएम साय ने यह भी उल्लेख किया कि रतन टाटा ने भारतीय उद्योग में जिस तरीके से नैतिकता और जिम्मेदारी को महत्व दिया, वह आज के व्यवसायियों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया, चाहे वह गरीब हो या अमीर। उनका मानवीय दृष्टिकोण और उद्यमशीलता की भावना सदैव उन्हें एक मिसाल के रूप में स्थापित करती है।

रतन टाटा को न केवल उनके व्यावसायिक योगदान के लिए जाना जाता है, बल्कि उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी अहम योगदान दिया। टाटा ट्रस्ट के माध्यम से उन्होंने कई परोपकारी कार्यों को आगे बढ़ाया, जिससे लाखों लोगों की जिंदगी में सुधार हुआ।

रतन टाटा का मानना था कि समाज की भलाई में ही असली सफलता है। चाहे वह ग्रामीण विकास हो, महिला सशक्तिकरण या फिर पर्यावरण संरक्षण, रतन टाटा ने हर क्षेत्र में अपने योगदान से एक मिसाल पेश की। उनके परोपकारी कार्यों ने उन्हें एक ऐसी शख्सियत बनाया, जिनका नाम सदैव सम्मान के साथ लिया जाएगा।

रतन टाटा की ज़िंदगी और उनके कार्य आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। उनका व्यक्तित्व दर्शाता है कि आप चाहे कितने भी बड़े क्यों न हों, विनम्रता और सरलता से आप सबके दिलों में अपनी जगह बना सकते हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने अपने संदेश में यह भी कहा कि रतन टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा अब हम सबका है। उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाकर हम अपने समाज और देश को और बेहतर बना सकते हैं।

रतन टाटा का जाना एक युग के अंत की तरह है, लेकिन उनकी विरासत और आदर्श सदैव हमारे साथ रहेंगे। सीएम विष्णुदेव साय का यह भावुक संदेश हमें याद दिलाता है कि कैसे रतन टाटा जैसे महान व्यक्तित्व का जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके द्वारा किए गए कार्य और समाज के प्रति उनका समर्पण हमेशा के लिए अमर रहेगा।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को रतन टाटा जी के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रतन टाटा जी हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेंगे। रतन टाटा इंडियन इंडस्ट्री में एक प्रमुख व्यक्ति थे और उन्होंने टाटा समूह को अग्रणी भूमिका में स्थापित किया। उनका निधन देशवासियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने व्यापारिक दुनिया में क्रांति लाने के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी अपना समर्पण दिखाया।

रतन टाटा जी को सम्माननीय चिंतन और उनके परिवार को हमारी संवेदनाएँ। उनके निधन से देश को एक योगदानकर्ता की खोई हुई आत्मा हो गई है। रतन टाटा जी का निधन हम सभी के लिए एक शोक का क्षण है और हम सभी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।

रतन टाटा जी के निधन के समाचार से पूरे देश में गहरा शोक छा गया है। उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा और उनकी विचारधारा को सदैव माननीयता दी जाएगी। इस दुखद समाचार के समय में हम सभी को एक साथ खड़े होकर एक-दूसरे के साथ खड़ा रहना चाहिए और टाटा परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएँ भेजनी चाहिए। उनकी आत्मा को शांति मिले।

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