joharcg.com मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड के सचिव ब्रिगेडियर विवेक शर्मा ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के प्रतीक स्वरूप सम्मान बैज लगाया तथा संचालनालय सैनिक कल्याण द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों एवं योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि “सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमारे वीर सैनिकों और उनके परिवारों के त्याग, साहस और राष्ट्रसमर्पण के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पावन अवसर है। देश की सुरक्षा में निरंतर तैनात हमारे जवानों का योगदान अतुलनीय है।” उन्होंने आगे कहा कि इस दिवस का संदेश है कि राष्ट्र की रक्षा में लगे हमारे जवानों और शहीद परिवारों के प्रति हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझें और उनके कल्याण हेतु सहयोग की भावना से आगे आएं।
मुख्यमंत्री ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर सैनिकों एवं उनके परिवारों के कल्याण हेतु अपनी ओर से अंशदान भी प्रदान किया।
इस अवसर पर सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा पद्मश्री उषा बारले भी उपस्थित थीं।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा और सीमा की रक्षा करने वाले हमारे सैन्य जवानों का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायी है। वे कठिन परिस्थितियों में अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं, जिसके कारण देशवासी निश्चिंत होकर अपनी रोजमर्रा की जिंदगी जी पाते हैं। मुख्यमंत्री राजधानी में आयोजित ‘वीर सैनिक सम्मान समारोह’ को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विश्व के सामने एक सशक्त और उभरती शक्ति के रूप में स्थापित हो रहा है, जिसमें हमारे जवानों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवान केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा नहीं करते, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं, आंतरिक शांति और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों में भी अग्रिम भूमिका निभाते हैं।
श्री विष्णु देव साय ने बताया कि राज्य सरकार जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है। शहीद जवानों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता, बच्चों की शिक्षा हेतु विशेष शैक्षणिक योजनाएँ और स्वास्थ्य लाभकारी सुविधाएँ सरकार की प्राथमिकता में हैं। उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान केवल उनका व्यक्तिगत पराक्रम नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की सुरक्षा का आधार है।
मुख्यमंत्री ने समारोह में उपस्थित पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान किया और कहा कि उनका अनुभव समाज और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे राष्ट्र सेवा की भावना के साथ सेना में शामिल होकर देश की रक्षा में योगदान दें। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के लिए सेना भर्ती की तैयारी में मार्गदर्शन और प्रशिक्षण केंद्रों की व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रही है।

